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हरियाणा के हांसी में दो घंटे की बरसात से ही शहर में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई। शहर के अधिकांश क्षेत्रों में घरों व दुकानों में पानी भर गया, जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी हुई। वहीं, किसानों को बरसात के बाद कुछ राहत मिली।

हांसी: शहर में मंगलवार सुबह करीब दो घंटे की पहली बरसात से जहां शहरवासियों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली। वहीं जनस्वास्थ्य विभाग व नगर परिषद के अधिकारियों की नकारा कार्यप्रणाली के चलते शहर की अधिकांश कालोनियों व बाजारों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई। पानी भर जाने के चलते शहर में बाढ़ जैसे हालात हो गए। शहर की करीब दो दर्जन बस्तियों समेत यतिनगर, माडल टाउन, हुडा जैसी पॉश कालोनी के घरों व सब्जी मंडी रोड और निचली बस्तियों के घरों व दुकानों में पानी घुस गया।

बरसात से शहर की हालत हुई खस्ता

सफाई व्यवस्था व पानी निकासी की सही व्यवस्था न होने के चलते पूरा शहर कीचड़ में तब्दील नजर आया। मंगलवार सुबह हुई बरसात के बाद प्रशासन के पानी निकासी के दावों व तैयारियों की उस वक्त हवा निकल गई, जब शहर में हुई करीब दो घंटे की बारिश के बाद शहर में हर तरफ पानी ही पानी नजर आने लगा। शहर की करीब दो दर्जन से अधिक कालोनियों में बरसाती पानी भर गया, जो लोगों के घरों व दुकानों में घुस गया। लोगों को क्षेत्र में बीमारियां फैलने का खतरा सताने लगा।

बस स्टैंड परिसर में भरा पानी

दो घंटे की बरसात के बाद सामान्य बस स्टेंड में कई फुट पानी खड़ा हो गया, जिसके कारण बस स्टेंड तालाब बन गया। जलभराव के कारण रोडवेज व निजी परिवहन के बस चालकों ने बाहर से ही सवारियों को उतारना व चढ़ाना शुरू कर दिया। कई बस चालकों ने तो बस स्टैंड के सामने भीड़ को देख अपनी बसों को बस स्टेंड के काफी पीछे या फिर काफी आगे ले जाकर रोका। यातायात विभाग व बस स्टेंड चौकी पर तैनात पुलिस कर्मचारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए दिन भर कड़ी मशक्कत की।

बरसात से किसानों के खिले चेहरे

हांसी उपमंडल क्षेत्र में लंबे समय बाद हुई अच्छी बरसात जहां शहरवासियों के लिए आफत लेकर आई, वहीं बरसात की बाट जोह रहे किसानों के चेहरों पर इस बरसात ने रौनक ला दी। क्षेत्र में अब तक कम बरसात से किसानों को जीरी की फसल को बचाने के लिए लगातार ट्यूबवेल चलाना पड़ रहा था। मंगलवार सुबह हुई बरसात से जहां फसलों को फायदा होगा, वहीं किसानों को भी कुछ दिन अपनी फसलों में पानी लगाने से राहत मिली है।

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