Hisar Fraud Case: हरियाणा के हिसार से फ्रॉड का मामला सामने आया है। इस बार ठगों ने किसी व्यक्ति को नहीं, बल्कि बैंक को लाखों रुपए का चूना लगा दिया है। यह घटना हिसार के नारनौंद शहर में भारतीय स्टेट बैंक के साथ हुई है। दरअसल आरोपी ने नकली गहने गिरवी रखकर लोन लेने के नाम पर SBI बैंक को लाखों का चूना लगा दिया। फिलहाल इस मामले में नारनौंद थाना पुलिस ने बैंक मैनेजर की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
लोन लेने के लिए गिरवी रखे नकली गहने
जानकारी के मुताबिक, नारनौंद शहर के SBI बैंक के मैनेजर का नाम राजीव रंजन मिश्रा है। पुलिस पूछताछ में रंजन ने बताया कि ब्रांच में लोन स्कीम के लिए बुडाना के रहने वाले अंकित को 2021 में बैंक के पैनल पर सोने की शुद्धता की जांच के लिए रखा हुआ था। उस दौरान काफी गोल्ड भी लोन हुए थे। पहले 13 जुलाई 2022 को बुडाना के रहने वाले अजमेर ने लोन के लिए गहने गिरवी रखे थे। जिसकी जांच अंकित ने की थी। अंकित ने इन गहनों को असली बताया था। जिसके बाद बैंक ने अजमेर को 2 लाख 78 हजार लोन दे दिया था। इसके बाद बैंक ने 14 नवंबर 2022 को फिर से अजमेर को 4 लाख 18 हजार रुपए का लोन दिया था।
बैंक से लाखों रुपये की ठगे
बैंक मैनेजर का कहना है कि इससे पहले भी नकली गहने के नाम पर लोगों ने लोन लिया है। इन गहनों को भी अंकित सैनी ने असली बताया था। इसके बाद दूसरे मामले में अंकित सैनी ने भी 9 लाख 93 हजार रुपए नकली गहने गिरवी रखकर लोन ले लिया था। धोखाधड़ी का ये क्रम आगे भी चलता रहा। इसके बाद बुडाना के रहने वाले संदीप ने भी 5 अगस्त 2022 को नकली गहने गिरवी रखकर बैंक से 1 लाख 93 हजार रुपए का गोल्ड लोन ले लिया। नारनौंद के रहने वाले ने कुलदीप ने 29 नवंबर 2022 को गोल्ड लोन के लिए अप्लाई किया था। जिसके बदले में बैंक ने उन्हें 4 लाख 39 हजार 400 रुपए का लोन दिया था। इन मामलों में अंकित ने गहनों को असली बताकर लोगों बैंक से लोन दिलवा दिया था। इस तरह आरोपियों ने बैंक से करीब 56 लाख रुपये से अधिक की ठगी कर ली है।
ठगी के मामले में 6 केस दर्ज किए गए
इस फ्रॉड के बारे में बैंक को तब पता लगा, जब 21 जुलाई 2023 को गहनों की जांच करवाई गई। बैंक को पता लगा कि लोन के नाम पर गिरवी रखे सभी गहने नकली हैं। इसके बाद बैंक मैनेजर राजीव ने 16 अगस्त 2023 को इसकी शिकायत हांसी पुलिस को दी। इसके बाद यह मामला नारनौंद थाने में भेज दिया गया। लेकिन इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद बैंक ने अदालत का सहारा लिया जिसके बाद नारनौंद थाना पुलिस ने 1 साल बाद इस मामले में 6 अलग-अलग केस दर्ज किए।
इस मामले में नारनौंद थाना प्रभारी चंद्रभान का कहना है कि कोर्ट के आदेश पर अजमेर, अंकित सैनी, संदीप, कुलदीप के खिलाफ कई धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस का कहना है कि इस मामले की गहनता से जांच की जा रही है। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।