Hisar News: पुलिस ने दलित समाज के व्यक्ति का यौन उत्पीड़न करने के आरोपी एचसीएस अधिकारी एवं हांसी में एसडीएम रहे कुलभूषण बंसल को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी बंसल को कुछ देर बाद ड्यूटी मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया जाएगा।
बता दें कि हिसार सिविल लाइन पुलिस ने दलित समाज के पीड़ित की शिकायत पर एचसीएस अधिकारी कुलभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न जान से मारने की धमकी तथा एससी एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया था।
यौन उत्पीड़न को लेकर पीढ़ी तथा आरोपी की एक वीडियो भी वायरल हुई थी। इससे पहले सरकार ने वीडियो सामने आने के बाद गुरुवार रात को ही एचसीएस अधिकारी कुलभूषण बंसल को सस्पेंड कर दिया था। आदेशों के अनुसार उक्त अधिकारी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करते हुए उनका मुख्यालय मुख्य सचिव कार्यालय में निर्धारित किया था। मुख्य सचिव की अनुमति के बिना उक्त अधिकारी हेडक्वार्टर नहीं छोड़ने के आदेश दिए गए थे।
हांसी एसडीएम के पद पर तैनात एचसीएस अधिकारी कुलभूषण बंसल पर फतेहाबाद निवासी एक दलित समाज के व्यक्ति ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। पीड़ित ने एससी-एसटी आयोग, सीएम विंडो, पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के न्यायाधीश को लिखित शिकायत भेजकर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
क्या है पूरा मामला ?
पीड़ित ने बताया है कि वह 2020 से मसाज करने का काम करता है। आरोपी अधिकारी ने फतेहाबाद में रहते हुए किसी व्यक्ति के माध्यम से उसे मसाज करवाने के लिए अपने ऑफिस में बुलाया और मसाज करने के बाद उसने 200 रुपए दिए और उसके बाद आरोपी ने मुझे पब्लिक हेल्थ विभाग में ठेके पर स्वीपर के पद लगवा दिया।
पीड़ित ने बताया कि आरोपी अधिकारी ने एक दिन मसाज करवाने के बहाने प्राइवेट पार्ट पर खारिश होने की बात कह कर मसाज करने के लिए कहा लेकिन उसके द्वारा विरोध करने पर उसे पिस्तौल दिखाकर गोली मारने की बात कह प्राइवेट पार्ट पर मसाज करवाई और उसके बाद उसका यौन शोषण किया। उच्च अधिकारियों को भेजे गए पत्र के साथ पीड़ित ने यौन शोषण का एक वीडियो भी भेजा है, जिसमें एचसीएस अधिकारी उसके साथ गलत काम करता हुआ दिखाई दे रहा है। पीड़ित ने शिकायत में कहा कि विरोध करने पर अधिकारी उसे नौकरी से निकालने और जान से मारने की धमकी भी देता है।
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अधिकारी की इन हरकतों से मैं काफी परेशान हो चुका हूं और अधिकारी की ओर से मुझे जान का खतरा बना हुआ है और अपनी इज्जत बचाने के लिए अब मेरे सामने आत्महत्या की नौबत आ चुकी है। पीड़ित ने बताया कि जो वीडियो है वह करीब डेढ़ महीने पहले का है। उसके बाद मैं अधिकारी के पास एक बार और गया था, उसके बाद मैंने उसके पास जाना बंद कर दिया, मैंने समाज के लोगों को वीडियो दिखाई और अब आरोपी अधिकारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई चाहता हूं।
पीड़ित ने बताया कि अब विभाग के कई अधिकारी मामले को वापस लेने का मुझ पर दबाव भी बना रहे हैं। अधिकारी कह रहे हैं कि इस मामले से विभाग की बेइज्जती हो रही है। लेकिन अब वह इस मामले में आरोपी के खिलाफ कार्रवाई चाहता है और इसके लिए जल्द ही मुख्यमंत्री व अन्य मंत्रियों के पास जाकर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करुंगा।