नारनौंद/हिसार: चुनाव प्रचार का शोर थमने के साथ ही कांग्रेस उम्मीदवार जस्सी पेटवाड़ के साथ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह की नाराजगी के चर्चे शुरू हो गए हैं। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन तक क्षेत्रवासियों को उम्मीद थी कि जिस तरह से कुमारी सैलजा के कट्टर समर्थक डॉ. अजय चौधरी की टिकट काटकर जस्सी पेटवाड़ को टिकट दी गई है, उसका प्रचार करने भूपेन्द्र सिंह हुड्डा जरूर आएंगे, लेकिन वे नहीं आए। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि भूपेन्द्र सिंह हुड्डा इन दिनों कांग्रेस उम्मीदवार जस्सी पेटवाड़ की उन हरकतों से परेशान व नाराज है, जिनकी वजह से उन्हें जवाब देना पड़ा और नीचा देखना पड़ा।
जस्सी पेटवाड़ समर्थकों की टिप्पणी पड़ी भारी
पार्टी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि टिकट मिलने के साथ ही जस्सी पेटवाड़ समर्थकों द्वारा कुमारी सैलजा के प्रति की गई टिप्पणी ने पूरी पार्टी को कटघरे में खड़ा कर दिया। इस टिप्पणी से न केवल भूपेन्द्र हुड्डा बल्कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान भी नाराज हुए। बात हाईकमान तक पहुंची तो आनन-फानन में भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को पत्रकार सम्मेलन बुलाकर कुमारी सैलजा को बहन व सम्मानित नेता बताकर सफाई देनी पड़ी। माना जा रहा है कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने इस टिप्पणी को बड़ा मुद्दा बना दिया, जिससे चुनाव में कांग्रेस को बड़ा नुकसान होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
राहुल की रैली में हुड्डा ने नहीं छूने दिए पैर
बताया जा रहा है कि जस्सी व उनके समर्थकों की इसी हरकत ने बड़े हुड्डा साहब को झकझोर कर रखा दिया। प्रदेशभर में चुनाव अभियान के दौरान उन्हें इस संबंध में सामने आ रहे सवालों का जवाब देना पड़ा। यही कारण माना जा रहा है कि बरवाला में हुई राहुल गांधी की रैली के दौरान जब सारे कांग्रेसी उम्मीदवार पहुंच गए तो इसी दौरान कांग्रेस उम्मीदवार जस्सी पेटवाड़ ने जब भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के चरण स्पर्श करने का प्रयास किया तो भूपेन्द्र हुड्डा ने एकदम अपने हाथ से उन्हें दूर कर दिया। यह वीडियो भी काफी वायरल हुआ था।
कांग्रेस रैली में मंच पर नेत्री से कर डाली छेड़छाड़
पार्टी सूत्रों के अनुसार जस्सी पेटवाड़ की हरकतों के बारे में भूपेन्द्र सिंह हुड्डा पल-पल की रिपोर्ट ले रहे थे। वे अपने इस उम्मीदवार की बचकानी हरकतों से परेशान चल ही रहे थे कि कांग्रेस के तीन सांसदों की मौजूदगी में चुनाव प्रचार के अंतिम दिन पार्टी की ही एक नेत्री से सरेआम छेड़छाड़ हो गई। जिसकी वीडियो पूरा दिन चर्चा में रही और इसी वीडियो ने न केवल पूरा दिन कांग्रेस की फजीहत करवाई, बल्कि विपक्ष को बड़ा मुद्दा दे डाला।
टिकट मिलने पर 22 दावेदारों से नहीं किया संपर्क
पार्टी सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस की टिकट मिलते ही जस्सी पेटवाड़ का घमंड सातवें आसमान पर चढ़ गया। टिकट मिलने के बाद जस्सी ने अन्य दावेदारों के पास फोन करके उनसे बातचीत करना या प्रचार में साथ लगाना मुनासिब नहीं समझा। जिस वजह से इन दावेदारों में भी रोष फैल गया और सम्मान न मिलने के कारण वे प्रचार से दूरी बना गए।