झज्जर: महिला के नाम में करेक्शन करने की एवज में रिश्वत लेने वाले एनएचएम कर्मचारी को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने तीन हजार रुपए रिश्वत के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी कर्मचारी पिछले करीब छह वर्षों से क्षेत्र की पीएचसी छुड़ानी में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत है। आरोपी की पहचान एनएचएम कर्मचारी तिलकराज के तौर पर हुई। एसीबी की टीम ने पकड़े गए आरोपी के खिलाफ एसीबी थाने में केस दर्ज कर जांच शुरू की।
नाम में करेक्शन के लिए मांगी रिश्वत
शहर के भगत सिंह कालोनी निवासी हरिओम ने एंटी करप्शन ब्यूरो में तैनात इंस्पेक्टर बिजेंद्र सिंह को बताया कि वह अपनी पत्नी रीना का नाम उसके दस्तावेजों में रीना देवी कराना चाहता है। इस नाम की करेक्शन करने के लिए आरोपी तिलकराज ने उससे चार हजार रुपए रिश्वत मांगी। हरिओम के अनुसार उसने पहले आरोपी को एक हजार रुपए दे दिए। उसके बाद जब आरोपी ने बुधवार को उससे रिश्वत के तीन हजार रुपए मांगे तो विभागीय टीम द्वारा उसे रिश्वत के रुपयों सहित रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। पीडब्ल्यूडी, बी एंड आर के एसडीओ अदीस कुमार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया।
रिश्वत मांगने वालों पर एसीबी कस रही शिकंजा
एसीबी प्रवक्ता ने बताया कि रिश्वतखोरी व भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है। आए दिन सरकारी विभागों व पुलिस थानों में रिश्वत मांगने के आरोपियों को पकड़ा जा रहा है। सरकारी काम करने की एवज में रिश्वत मांगने वालों की शिकायत आम जनता एसीबी को करें, ताकि रिश्वतखोरों के खिलाफ एसीबी की टीम कड़ी कार्रवाई कर सके। रिश्वतखोरों के खिलाफ आगे भी एसीबी का अभियान जारी रहेगा।