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हरियाणा के जींद में नवरात्रों के कारण फलों व सब्जियों के भाव में उछाल देखने को मिल रहा है। टमाटर 100 पार तो सब व केले भी 100 रुपए से अधिक में बिक रहे हैं। मिर्च भी 80 रुपए किलो पहुंच चुकी है। ऐसे में महिलाओं की रसोई का बजट भी बिगड़ा हुआ है।

जींद: शरदीय नवरात्रों में फलों के भाव में भारी उछाल देखने को मिल रहा है। सीजन के फल होने के बाद भी दामों में इजाफा होने के पीछे डिमांड ज्यादा होना माना जा रहा है। केले की फसलें खराब होना भी भाव बढ़ने का मुख्य कारण है। नवरात्र रखने वालो के लिए फल खरीदना मजबूरी है। नवरात्रों से पहले 50 से 60 रुपए बिकने वाला केला 90 से 100 रुपए प्रति दर्जन पहुंच गया है। तीन दिन पहले 60 से 70 रुपए बिकने वाले सेब भी 100 से 120 रुपए प्रति किलो बेचे जा रहे हैं। नवरात्रों में सबसे ज्यादा दोनों फलों को प्रयोग किया जाता है। टमाटर फिर से अपना रंग दिखाते हुए 100 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गया है। वहीं, मिर्च भी 80 रुपए किलो तक जा पहुंची है।

नवरात्रों के चलते हर सब्जी व फल की बढ़ी कीमत

नवरात्रों में व्रत रखने वाले लोगों के कारण इन दिनों फलों के साथ-साथ आलू व टमाटर की मांग भी बढ़ी हुई है। फल व सब्जियों के भाव 25 से 50 प्रतिशत तक बढ़ गए है। ऐसे में केला व सेब अब आम आदमी की पहुंच से दूर होता हुआ नजर आ रहा है। 20 से 30 रुपए प्रति किलो बिकने वाला आलू अब 50 रुपए किलो को पार कर गया है। 70 रुपए प्रति किलो वाला टमाटर 100 को पार कर गया है। इसी प्रकार हरी मिर्च भी 80 रुपए तक पहुंच गई है। 200 रुपए किलो वाला अनार 250 रुपए किलो हो गया है। श्रद्धालुओं का कहना है कि अब तो नवरात्र चले हुए हैं। त्यौहारों पर सब्जियों का यही हाल होता है। त्यौहारों के सीजन में कमाई का अवसर ढूंढना गलत है।

डिमांड से फुटकर से बढ़ी फल व सब्जियों की कीमत

फल तथा सब्जी कारोबार करने वाले विक्रताओं का कहना है कि आवक ठीक है, केला, सेब, आलू, टमाटर, हरी मिर्च की डिमांड जबरदस्त बनी हुई है। ग्राहकों को यह सब खरीदना होता है। त्यौहारों का सीजन है। कमाई नहीं हुई तो सीजन का क्या फायदा। थोक भाव में थोड़ा इजाफा है। फुटकर तक पहुंचने में दामों में ज्यादा इजाफा हो रहा है। नवरात्रों में जो जरूरत की सब्जी या फल है, उनके दाम कुछ अधिक ही बढ़ाकर बेचे जा रहे हैं।

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