Logo
हरियाणा के महेंद्रगढ़ में उतरी हरियाणा के अतिरिक्त पानी को कृष्णावती और दोहान नदी में छोड़ा जा रहा है। बरसाती पानी से जिले के भूमिगत जलस्तर में काफी सुधार आया है। अब कृष्णावती नदी में 150 क्यूसिक बरसाती पानी छोड़ने की योजना है, जिस पर काम चल रहा है।

महेश कुमार, महेंद्रगढ़: सिंचाई विभाग की ओर से उतरी हरियाणा के अतिरिक्त पानी को कृष्णावती और दोहान नदी में छोड़ा जा रहा है। बरसाती पानी से जिले के भूमिगत जलस्तर में काफी सुधार आया है। विभाग की ओर से कृष्णावती नदी में बारिश के अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के लिए दो नए प्रोजेक्ट तैयार किए है। इससे कृष्णावती में 150 क्यूसिक अतिरिक्त पानी छोड़ा जाएगा। इसका दो जिलों के किसानों को भी लाभ होगा और भूमिगत जलस्तर में भी सुधार आएगा।

बरसाती नदियों को मिला पुनर्जीवन

बता दें कि 2022 में दक्षिण हरियाणा की दो प्रमुख बरसाती नदियां दोहान व कृष्णावती पुनर्जीवित हो गई हैं। ये दोनों नदियां महेंद्रगढ़-नारनौल की जीवन रेखा मानी जाती थी, लेकिन पिछले 50 सालों में बारिश कम होने से न केवल सूख गई, बल्कि इनमें कई स्थानों पर लोगों ने अवैध कब्जे कर लिए थे। पहले इन दोनों नदियों में नीम का थाना की पहाड़ियों से बारिश का पानी आता था। सीएम मनोहर लाल के निर्देश पर पिछले साल सिंचाई विभाग ने दक्षिण हरियाणा की इन दोनों बरसाती नदियों को पुनर्जीवित करने की मुहिम शुरू की थी, जिसका नतीजा यह हुआ कि अब इनमें पानी बह रहा है। मानसून में पानी की मांग कम होने से नहरों को 16 स्थानों पर इन नदियों से जोड़ा गया था।

150 क्यूसिक छोड़ा जाएगा अतिरिक्त पानी

वर्तमान में तीन नहरों से पाइपलाइन के माध्यम से कृष्णावती नदी में 25 क्यूसिक पानी छोड़ा जा रहा है। रातां नहर से गांव रातां के समीप, रामबास नहर से गांव मानपुरा के समीप व मोहम्मदपुर नहर से गांव गढ़ी से कृष्णावती नदी में पानी छोड़ा जा रहा है। अब विभाग दो स्थानों से 150 क्यूसिक अतिरिक्त पानी छोड़ने का प्लान तैयार कर रहा है। इसके लिए नारनौल ब्रांच के एनबी-3 से एनबी-4 से गांव रातां तक करीब 23 करोड़ की लागत से 11.7 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन डाली जाएगी। वहीं में गांव मानपुरा करीब 30.98 लाख की लागत से कृष्णावती नदी में बारिश का अतिरिक्त पानी छोड़ा जाएगा, जिसमें करीब 11.7 किलोमीटर की पाइपलाईन डाली जाएंगी।

अगले सीजन से डाला जाएगा अतिरिक्त पानी

सिंचाई विभाग के जेई दीपक कुमार ने बताया कि दोनों प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो चुका है। वर्तमान में कृष्णावती नदी में 25 क्यूसिक पानी छोड़ा जा रहा है। दोनों प्रोजेक्ट पूरे होने के बाद कृष्णावती नदी में 150 क्यूसिक अतिरिक्त पानी छोड़ा जा सकेगा, जो किसानों के लिए काफी फायदेमंद होगा और भूमिगत जलस्तर में भी सुधार आएगा।

5379487