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हरियाणा के महेंद्रगढ़ में 11 अप्रैल को हुए स्कूल बस हादसे में अभिभावकों ने शनिवार को कनीना-महेंद्रगढ़ रोड जाम कर दिया। नायब तहसीलदार मौके पर पहुंचे व मंगलवार तक समय मांगा, परंतु अभिभावक डीसी को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गए।

School bus accident। महेंद्रगढ़ में कनीना के उन्हानी गांव के पास 11 अप्रैल को हुए स्कूल बस हादसे के बाद अपनी मांगें पूरी नहीं होने के विरोध में अभिभावकों ने शनिवार को महेंद्रगढ़ कनीना स्टेट हाइवे मार्ग को जाम कर दिया। जाम की सूचना के बाद डीएसपी मोहम्मद जमाल के साथ नायब तहसीलदार दलबीर सिंह दुग्गल ने अभिभावकों से मांगों को पूरी करने के लिए मंगलवार तक का समय मांगा, परंतु अभिभावक डीसी के मौके पर पहुंचने तक रोड जाम करने पर अड़े रहे। जिसके बाद नायब तहसीलदार वापस लौट गए। अभिभावकों ने कहा कि जब तक डीसी स्वयं मौके पर आकर हमसे बात नहीं करेंगी, तब तक रोड जाम नहीं खोला जाएगा। भले ही इसके लिए हमें अपनी जान भी क्यों न देनी पड़े।

अभिभावकों की यह मुख्य मांगें

अभिभावकों ने 10 अगस्त को पत्रकार वार्ता कर प्रशासन को अपनी मांगें पूरी करने के लिए 17 अगस्त तक का समय दिया था। निर्धारित अवधि में मांगें पूरी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी थी। अभिभावकों की मांगों में स्कूल की मान्यता रद करने, प्राचार्या की जमानत रद करवाने, स्कूल बस हादसे में मारे गए बच्चों के परिवार को आर्थिक मुआवजा व सरकारी नौकरी देने, मामले की जांच हाईकोर्ट के सीटिंग जज से करवाना मुख्य रूप से शामिल थी। निर्धारित अवधि में जिला प्रशासन किसी काम पर आगे नहीं बढ़ तो शनिवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे अभिभावकों ने कनीना महेंद्रगढ़ स्टेट हाइवे को जाम कर दिया।

धनौंदा व झाड़ली के छात्रों की गई थी जान

निजी जीएल स्कूल की बस इसी साल 11 अप्रैल को ईद के दिन बच्चों को स्कूल लेकर जा रही थी। कनीना रोड पर उन्हानी गांव के पास बस अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराने के बाद पलट गई थी। जिसमें 6 बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई थी तथा दर्जनों बच्चों घायल हो गए थे। हादसे के समय स्कूल बस में दर्जनों बच्चों सवार थे। मरने वालों में दो धनौंदा व चार झाडली के बच्चे शामिल थे।

सुरक्षा पर उठे थे सवाल 

हादसे के बाद जैसे ही सुरक्षित सफर को लेकर स्कूल बसों पर सवाल उठे तो प्रदेश में बसों की जांच के लिए व्यापक अभियान चलाया गया। कुछ समय तो पूरा सिस्टम एक्टिव दिखा, परंतु समय के साथ सबकुछ फिर पुराने ढर्रें पर लौट आया। कनीना स्कूल बस हादसे के बाद भी प्रदेश में यह सिलसिला रूक नहीं पा रहा है। हिसार, पानीपत, करनाल के साथ महेंद्रगढ़ में भी इसके बाद कई स्कूल वाहन दुर्घनाग्रस्त हो चुके हैं।

स्कूल चेयरमैन व प्राचार्या सहित 8 की गिरफ्तारी 

पुलिस ने इस मामले में जीएल स्कूल के चेयरमैन राजेंद्र लोढ़ा, सचिव होशियार सिंह, प्राचार्या दीप्ति के अलावा चालक धर्मेंद्र व उसके चार साथी हरीश, संदीप, भूदेव व नरेश उर्फ कालिया को गिरफ्तार किया था। स्कूल प्राचार्या दीप्ति को कोर्ट से जमानत मिल चुकी है। अभिभावक जिसका विरोध कर रहे हैं।

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