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हरियाणा के महेंद्रगढ़ में शहीद महेंद्र सिंह का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शहीद जम्मू के रत्नुचुक में तैनात था, जो सड़क हादसे का शिकार हो गया था। शहीद के अंतिम संस्कार में ग्रामीणों सहित राजनेताओं व प्रशासनिक अधिकारियों ने पहुंचकर श्रद्धांजलि दी।

महेंद्रगढ़: जिले के गांव लावण के हवलदार महेंद्र सिंह जम्मू कश्मीर में सड़क हादसे का शिकार हो गए। शहीद का सोमवार को पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव लावण पहुंचा, जहां ग्रामीणों ने नम आंखों से शहीद को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। शहीद के सम्मान में ग्रामीण बाइक और डीजे पर देशभक्ति गीतों के साथ उनके शव को माजरा चुंगी से गांव तक लेकर पहुंचे। इस दौरान गांव में माहौल गमगीन हो गया। शहीद के अंतिम संस्कार में हर ग्रामीण की आंख नम नजर आई।

जम्मू में तैनात था शहीद

शहीद महेंद्र सिंह भारतीय सेना की 338 मीडियम रेजिमेंट में जम्मू के रत्नुचुक में तैनात था। उन्हें और उनकी पत्नी को एक सड़क हादसे में गंभीर चोट आई, जिसके बाद दोनों को अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने महेंद्र सिंह को मृत घोषित कर दिया, जबकि उनकी पत्नी की हालत नाजुक बनी हुई है और उनका इलाज जारी है। शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए कांग्रेस प्रत्याशी राव दानसिंह, भाजपा प्रत्याशी कंवर सिंह यादव, निर्दलीय प्रत्याशी बलवान फौजी, सरपंच देशराज पाली, सहित कई गणमान्य व्यक्ति और प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे। शहीद महेंद्र सिंह के सात वर्षीय बेटे गौरव ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। वहीं सैन्य अधिकारियों ने शहीद को राजकीय सम्मान के साथ विदा किया।

पिता भी भारतीय सेना से हैं रिटायर्ड

शहीद महेंद्र सिंह के पिता प्रेम सिंह, जो स्वयं भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हैं, उन्होंने बताया कि उनका इकलौता बेटा महेंद्र 2009 में सेना में भर्ती हुआ था। उन्हें चार अक्टूबर को सैन्य अधिकारियों द्वारा महेंद्र के सड़क हादसे में घायल होने की सूचना मिली थी। शहीद महेंद्र सिंह अपने पीछे सात वर्षीय बेटा गौरव और 13 वर्षीय बेटी अंशु को छोड़ गया हैं। इस दुखद घटना से पूरे गांव में शोक की लहर है और सभी ने एक स्वर में शहीद महेंद्र सिंह की बहादुरी और बलिदान को सलाम किया।

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