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करनाल के सेक्टर-32 में जींद की एक युवती से ऑस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर 25 लाख की ठगी की गई। आरोपी युवक और उसकी मां ने फर्जी दस्तावेज बनाकर वीजा का झांसा दिया। जब पीड़िता को शक हुआ तो आरोपी फरार हो गए। पुलिस ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

ऑस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर 25 लाख की ठगी : करनाल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां जींद जिले के सफीदों की रहने वाली युवती से विदेश भेजने के नाम पर 25 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। युवती ऑस्ट्रेलिया जाने की इच्छुक थी, लेकिन उसकी यह चाहत एक बड़े धोखे का कारण बन गई। 
पूरा मामला करनाल के सेक्टर-32 स्थित एक ऑफिस से जुड़ा है, जहां चेतन्य नामक एक युवक और उसकी मां अनु घेरा ने खुद को विदेश भेजने वाले एजेंट बताकर युवती को अपने जाल में फंसा लिया।

शुरुआत में 2 लाख रुपये खाते में डलवाए और बाकी राशि किश्तों में देने की बात कही 

शिकायतकर्ता सुखविंद्र ने बताया कि वह काफी समय से ऑस्ट्रेलिया जाकर पढ़ाई और नौकरी करने की योजना बना रही थी। इसी दौरान उसकी मुलाकात चेतन्य से हुई, जिसने खुद को विदेश भेजने का विशेषज्ञ बताते हुए भरोसा दिलाया कि उसकी ऑस्ट्रेलिया में अच्छी सेटिंग है और वह उसे आसानी से वहां भेज सकता है। धीरे-धीरे बात 25 लाख रुपये में सौदा तय होने तक पहुंची। चेतन्य ने शुरुआत में 2 लाख रुपये खाते में डलवाए और बाकी राशि किश्तों में देने की बात कही। पीड़िता ने बताया कि उसके पास पैसों की व्यवस्था उसके परिवार ने बड़ी मुश्किल से की थी। 

ऑफिस बंद कर आरोपी गायब हो गया  

सुखविंद्र ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि चेतन्य ने बिना जानकारी के उसके कई फर्जी दस्तावेज तैयार किए और उन्हें विभिन्न वीजा वेबसाइट्स पर अपलोड कर दिया। जब भी युवती ने जानकारी मांगी, चेतन्य वादा करता रहा कि जल्द ही वीजा आ जाएगा, लेकिन महीनों गुजर गए और कोई ठोस नतीजा सामने नहीं आया। शक होने पर जब पीड़िता ने चेतन्य से सीधा संपर्क करने की कोशिश की तो पाया कि उसका ऑफिस बंद है और वह खुद गायब हो चुका है। 

साजिश में मां के भी शामिल होने का आरोप  

पीड़िता ने आरोप लगाया है कि चेतन्य की मां अनु घेरा भी पूरी ठगी में बराबर की भागीदार थी। उसने भी अपनी पहचान और रसूख दिखाकर भरोसा दिलाया। युवती को आशंका है कि दोनों अब विदेश भागने की कोशिश कर सकते हैं। पीड़िता का कहना है कि आरोपी चेतन्य और अनु के खिलाफ पहले भी करनाल के थाना सेक्टर 32/33 में मुकदमा दर्ज हैं। इन दोनों पर पहले भी कई शहरों में इसी तरह के फर्जीवाड़े के आरोप लग चुके हैं। 

पुलिस टीम गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर कर रही छापेमारी 

पीड़िता सुखविंद्र की शिकायत सबसे पहले करनाल पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची। वहां से इसे सफीदों के सिटी थाने भेजा गया। जांच के बाद अब करनाल के थाना सिविल लाइन में केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच एसआई कृष्ण लाल को सौंपी गई है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस टीम अब उनकी गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। 

करनाल पुलिस का कहना है कि यह संगठित ठगी का मामला लग रहा है और पहले से दर्ज केसों के आधार पर आरोपियों के पुराने रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं। साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि क्या इस गिरोह ने और लोगों को भी अपना शिकार बनाया है। 

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