Amrik Sukhdev Dhaba: हरियाणा के मुरथल का अमरीक सुखदेव ढाबा जहां अक्सर दिल्ली से हरियाणा जाने वाले लोग मुरथल में रुककर यहां का पराठा जरूर खाते हैं। यह ढाबा दुनियाभर के टॉप 150 लीजेंडरी रेस्टॉरेंट में शुमार हो गया है। यहां पर कुल्हड़ वाली चाय के साथ कई किस्म के पराठे का स्वाद लेने दूर-दूर से लोग आते हैं।
लीजेंडरी रेस्टॉरेंट लिस्ट में 23वां स्थान
ट्रैवल ऑनलाइन गाइड टेस्ट एटलस ने दुनियाभर के 150 फेमस रेस्टोरेंट की लिस्ट में अमरीक सुखदेव ढाबे को 23वां स्थान मिला है। यहां के आलू पराठे को बेस्ट माना गया है। इस ढाबे को लेकर टेस्ट एटलस का कहना है कि सड़क के किनारे एक छोटे से फूड स्टॉल के रूप में शुरुआत के बाद से अमरीक सुखदेव ढाबा दिल्ली-अंबाला नेशनल हाईवे पर स्थित है। इस ढाबे की लोकप्रियता का श्रेय यहां के आलू पराठे को जाता है। मसालेदार आलू की स्टफिंग के साथ पराठा तैयार किया जाता है।
साल 1965 में हुई थी शुरुआत
साल 1965 में सरदार प्रकाश सिंह ने छोटी सी चाय की दुकान शुरू की थी। जहां दिल्ली- हरियाणा के ट्रक ड्राइवर चाय और मट्ठे का नाश्ता करते थे। धीरे-धीरे चाय और मट्ठे के साथ चावल और सब्जी परोसी जाने लगी। ढाबे के मशहूर होते ही यहां के मेन्यू को भी बदला गया और छोटे भटूरे के साथ डोसा और कई किस्म के पराठे को शामिल किया गया।
यहां के चाय और पराठों की खासियत
यहां के पराठों की खासियत यह है कि इसे बहुत सारे सफेद मक्खन, दही और अचार के साथ परोसा जाता है। इसके अलावा यहां की कुल्हड़ वाली चाय भी काफी फेमस है जिसमें चाय के ऊपर केसर के रेशे भी डाले जाते है। इस ढाबे का नाम प्रकाश सिंह के दोनों बेटे अमरीक और सुखदेव के नाम पर रखा गया है।