Ambala Crime: हरियाणा के अंबाला में शहजादपुर इलाके में पालतू कुतिया की मौत से गुस्साए पड़ोसी ने पांच महीने पहले युवक और उसके भाई पर हमला कर दिया। इस हमले में युवक घायल हो गया और सही समय पर उपचार नहीं मिलने के कारण उसकी मौत हो गई। अब पांच महीने बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। अंबाला पुलिस ने एसपी को दी गई शिकायत के आधार पर दर्ज किया है। मृतक की बहन ने 2 एएसआई समेत गांव के पूर्व सरपंच और अन्य लोगों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बता दें कि यह मामला शहजादपुर पुलिस थाने के तहत आने वाले गांव सौतली का है।
सिर पर डंडा लगने से कुतिया की मौत
अंबाला के गांव हैडर निवासी बहन, रजनी देवी ने बताया कि उसका मायका सौतली गांव (थाना शाहजादपुर) में है। उसका छोटा भाई नरेंद्र (20) अभी कुंवारा ही था। 25 सितंबर 2023 को उसके भाई नरेंद्र, उसका मौसेरा भाई लखबीर, भाभी और उसकी छोटी बहन घर पर थी। उसी सुबह 11 बजे गांव सौतली निवासी रोशन लाल उर्फ संजय की कुतिया उनके घर में घुस गई थी। इस दौरान कुतिया ने उसकी भतीजी को काटने की कोशिश की, तो उसके भाई नरेंद्र ने डंडा उठाकर कुतिया के सिर पर मारा। इसकी वजह से कुतिया की मौत हो गई।
दोनों भाइयों को बेरहमी से पीटा
बहन ने बताया कि उसी समय आरोपियों ने 112 पर कॉल कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस उसके दोनों भाइयों को उठाकर अपने साथ थाना ले गई। जहां नरेंद्र और लखबीर को पुलिस ने ASI रोहताश के हवाले कर दिया। इस दौरान ASI रोहताश और अन्य पुलिस कर्मचारी ने आरोपियों के कहने पर उसके भाइयों के साथ बेरहमी से मारपीट की। शाम 5 बजे तक थाने में बंद रखा। इसके बाद माफी मांगने पर लगभग 5 बजे के बाद दोनों भाइयों को छोड़ दिया।
रास्ता रोककर की मारपीट
रजनी ने शिकात में बताया कि उसका भाई नरेंद्र और लखबीर शाम को घर पहुंचे और आधा घंटे बाद जब उसके दोनों भाई घर से घूमने के लिए निकले तो रास्ता रोककर फिर से आरोपियों ने डंडे, लोहे की रॉड, ईंट-पत्थर से हमला कर दिया। इस हमले में गांव का पूर्व सरपंच सतीश राणा भी शामिल था। हमले में चोट लगने के बाद उसका भाई नरेंद्र बेहोश होकर गिर गया। उसके मौसेरे भाई ने किसी न किसी तरह हमलावरों से अपनी जान बचाई।
डॉक्टरों ने किया मृत घोषित
उसका भाई नरेंद्र बेहोशी की हालत में काफी देर तक सड़क पर पड़ा रहा। गांव के सागर और हरी ने उसके भाइयों को एक रेहड़ी में डालकर घर पहुंचाया। उस समय उसकी मां और बड़ा भाई अपने मामा के गांव उपलाना बसेरे गए हुए थे और परिवार के अन्य सभी सदस्य सोए हुए थे। इस हमले के बारे में किसी को पता नहीं चला। 26 सितंबर, 2023 की सुबह साढ़े 8 बजे उसके मां और भाई घर पहुंचे और नरेंद्र को जब आवाज लगाई तो, नरेंद्र ने कोई हरकत नहीं की। वह नरेंद्र को शहजादपुर अस्पताल ले गए। यहां से सिविल अस्पताल अंबाला कैंट रेफर कर दिया। यहां डॉक्टरों ने नरेंद्र को मृत घोषित कर दिया।
डरा-धमका कर कराया अंतिम संस्कार
शिकायतकर्ता ने बताया कि 27 सितंबर को पोस्टमार्टम हुआ, लेकिन अभी तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट उनको नहीं दी गई। कहा गया कि यह रिपोर्ट ASI रोहताश के पास रहेगी। बाद में पुलिस थाने से आपको मिल जाएगी। आरोपियों ने डरा धमका कर उसके भाई का अंतिम संस्कार करा दिया। 30 सितंबर को उन्होंने थाना शहजादपुर में अपने केस के बारे में पता किया तो, पता चला कि उनका मामला दर्ज ही नहीं किया गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ASI रोहताश के पास है, जिसने शाहजदपुर थाना से अपनी बदली किसी और थाने में करवा ली है।
शिकायतकर्ता ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। यह मामला DSP नारायणगढ़ के संज्ञान में आने के बाद उन्होंने शहजादपुर पुलिस थाना प्रभारी को मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं।