Ambala: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उच्चतम न्यायलय ने 51 दिन बाद सशर्त जमानत देने पर हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने तंज कसते हुए कहा कि जो जेल गया था वो मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गया था और जमानत सिर्फ केजरीवाल की हुई है। मुख्यमंत्री अभी भी अंदर है, क्योंकि न तो मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर कर सकता है, न ही मुख्यमंत्री के कार्यालय में जा सकता है, न ही सचिवालय जा सकते है, उन पर पाबंदियां लगाई गई है। इसलिए मुख्यमंत्री अभी भी अंदर है, केवल अरविन्द केजरीवाल ही बाहर आया है।
वायनाड के लोगों को चिंता राहुल गांधी यूपी न भाग जाए, यूपी वालो को चिंता कहीं वायनाड न भाग जाए
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान कि नरेंद्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री नहीं बन सकते, इस पर पलटवार करते हुए अनिल विज ने कहा कि वे अपना बताये कि वो जीतेंगे या नहीं जीतेंगे। जीतेंगे तो वायनाड से जीतेंगे या रायबरेली से जीतेंगे। अगर दोनों से जीत जाते हैं तो कौन सी सीट छोड़ेंगे, क्योंकि वायनाड के लोगों को ये चिंता हो रही है कि ये यूपी न भाग जाए और यूपी वालो को ये चिंता हो रही है ये वायनाड न भाग जाए। जवाब तो इस बात का देने की जरूरत है, पहले ये उत्तर दे।
राजनीति अपनी जगह और व्यक्तिगत रिश्ते अपनी जगह
गत दिनों कांग्रेस प्रत्याशी वरुण मुलाना के भाजपा कार्यालय पर अपना काफिला रोकने पर पूर्व मंत्री अनिल विज ने कहा कि वे भाजपा कार्यकर्ताओ के साथ बैठे थे कि तभी तीन गाड़िया रुकी, जिसमें वरुण व अन्य कांग्रेसी नेता भी थे जो आकर उनके पास बैठ गए। आउट शिष्टाचार के नाते उन्होंने उन सभी को जलपान करवाया और अगर इस पर भी कोई एतराज उठाता है तो उन्हें राजनीति में नहीं रहना चाहिए, क्योंकि शिष्टाचार तो सबके साथ है। ऐसा नहीं है कि कोई आए और उन्हें जलपान न करवाए। अनिल विज ने कहा कि जो व्हाट्सअप पर चल रहा है कि मैंने आशीर्वाद दे दिया ये गलत है, हां उन्होंने मेरे पांव भी छुए और दस बार कहा कि आशीर्वाद दे दो, लेकिन राजनीति अपनी जगह है और व्यक्तिगत रिश्ते जो है वो अलग है।
ये प्रजातंत्र का उत्सव है, अगर किसी ने कोई बात कहनी है तो वोट से बड़ा कुछ नहीं होता
जीन्द की उचाना मंडी में प्रचार के दौरान नैना चौटाला के काफिले पर पथराव होने पर दिग्विजय चौटाला के कांग्रेस पर अंदेशा जताने पर अनिल विज ने कहा कि इसकी संभावना हो भी सकती है लेकिन ये गलत है। क्योंकि ये प्रजातंत्र का उत्सव है, इसको उत्सव की ही तरह से मानना चाहिए। विज ने कहा कि अगर किसी ने कोई बात कहनी है तो वोट से बड़ा कुछ नहीं होता। जो भी इस तरह की जोर आजमाश कर रहा है ये गलत है, क्योंकि चुनाव प्रदेश में शांतिप्रिय होते है और इस बार भी शांतिप्रिय होने चाहिए।