Jind: एंटी करप्शन ब्यूरो ने सदर थाना सफीदों में तैनात एएसआई को एनडीपीएस के आरोपित का रिमांड न लेने तथा बेल करवाने में मदद करने की एवज में 30 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों काबू किया। एबीसी ने पकड़े गए एएसआई के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। एएसआई शिकायतकर्ता से पहले 20 हजार रुपए ले चुका था। कुल 50 हजार रुपए में मामला तय किया गया था। एसीबी टीम एएसआई से पूछताछ कर रही है।
एनडीपीएस के मामले में मांगी थी रिश्वत
गांव खेड़ी सरफली कैथल निवासी सिंदर ने एंटी करप्शन ब्यूरो को दी शिकायत में बताया कि उसके भाई शेर सिंह का नाम सदर थाना सफीदों में 10 अगस्त 2023 को दर्ज एनडीपीएस के मामले में आया था। डिस्कलोजर में नाम आने के बाद जांच अधिकारी सुधीर उसके भाई की गिरफ्तारी पर दबाव बनाए हुए है और रिमांड न लेने की एवज में 50 हजार रुपए की डिमांड कर रहा है। इसमें 20 हजार रुपए वह पहले दे चुका है। अब रिमांड न लेने तथा बेल में सहायता करने के नाम पर 30 हजार रुपए की डिमांड कर रहा है।
योजनाबद्ध तरीके से एएसआई को रंगे हाथ पकड़ा
शिकायत के आधार पर एंटी करप्शन ब्यूरो के इंस्पेक्टर दिनेश कुमार के नेतृत्व में छापामार टीम का गठन किया गया, जिसमें राजपत्रित अधिकारी के तौर पर सिंचाई विभाग के एसडीओ राहुल को तैनात किया गया। छापामार टीम ने शिकायतकर्ता को 500-500 के 60 नोट ड्यूटी मजिस्ट्रेट द्वारा हस्ताक्षरित कर तथा पाउडर लगाकर दिए। संपर्क साधने पर एएसआई सुधीर ने शिकायतकर्ता सिंदर को नागरिक अस्पताल की पार्किंग में बुलाया। नोट थमाए जाने के बाद इशारा मिलते ही टीम ने उसे काबू कर लिया। तलाशी लिए जाने पर उसके कब्जे से रिश्वत राशि के तीस हजार रुपए बरामद हो गए। हाथ धुलवाए जाने पर उसके हाथों का रंग लाल हो गया। एबीसी ने पकड़े गए एएसआई सुधीर के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
3 हजार रश्वित लेते हुए हवलदार रंगे हाथ काबू
फरीदाबाद में तीन हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने एक हवलदार को रंगे हाथ गिरफ्तार किया। आरोपी हवलदार के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। गिरफ्तार हवलदार इंटरनेट लाइन बिछाने के दौरान एक कंपनी कर्मचारी से पांच हजार रुपए रिश्वत मांग रहा था। एसीबी की टीम आरोपी हवलदार अनिल का मेडिकल करवाकर अदालत में पेश करेगी।