Haryana: एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने चंडीगढ़ में सेक्टर-17 स्थित एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र (ICCC) में चल रहे रिश्वतखोरी व जबरन वसूली के रैकेट का भंडाफोड़ किया। इस रैकेट में आउटसोर्सिंग सेवा प्रदाता कंपनी वी इंस्पायरर फैसिलिटी प्राइवेट लिमिटेड गुरुग्राम एचआर के सदस्य शामिल थे। वी इंस्पायरर फैसिलिटी प्राइवेट लिमिटेड में सुपरवाइजर कुलदीप द्वारा 20 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया।
रंगे हाथ पकड़ा गया सुपरवाइजर
एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और सुपरवाइजर कुलदीप को दो स्वतंत्र गवाहों की मौजूदगी में 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है। कंपनी के ऑपरेशन मैनेजर मोहन जांगड़ा की ओर से चंडीगढ़ के सेक्टर-17 में ICCC स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में अपने कार्यालय में 10 हजार की रिश्वत ली। इसके बाद, मोहन जांगड़ा को भी गिरफ्तार कर लिया गया। जांच में पता चला कि रिश्वत देने से इनकार करने वाले कर्मचारियों को उनके पदों से हटा दिया गया, जो संगठन के भीतर भ्रष्टाचार की सीमा को रेखांकित करता है। इन पहलुओं की भी जांच की जा रही है।
भ्रष्टाचार मामले में तुरंत एसीबी को करें सूचित
एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने जनता से रिश्वतखोरी में शामिल न होने और भ्रष्टाचार के किसी भी मामले की तुरंत रिपोर्ट करने का आग्रह किया। नागरिक एसीबी हेल्पलाइन नंबर 8360817378 (व्हाट्सएप सुविधा 24x7 के साथ), लैंडलाइन नंबर 0172-2760820, 2740012, या ईमेल sspvigc.chd@nic.in, vigilance-chd@nic.in के माध्यम से शिकायत या जानकारी दे सकते हैं। इसके अतिरिक्त, शिकायतकर्ता भ्रष्टाचार के संबंध में अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए चंडीगढ़ के एसीबी पुलिस स्टेशन में व्यक्तिगत रूप से जा सकते हैं।