Haryana: पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किसानों के लिए मुआवजे की मांग उठाते हुए कहा कि शनिवार को रोहतक, झज्जर, रेवाड़ी, भिवानी, अम्बाला, कुरुक्षेत्र, सिरसा, सोनीपत, यमुनानगर, करनाल, फतेहाबाद, हिसार, जींद और चरखी दादरी समेत हरियाणा के कई इलाकों में बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। इससे फसलों को भारी नुकसान हुआ है। किसानों की पूरी मेहनत पर पानी फिर गया है। फसल बर्बाद होने के कारण किसानों को भी भारी नुकसान हुआ है। किसानों को इस संकट से उबारने के लिए सरकार को कदम उठाना चाहिए।
जल्द गिरदावरी करवाकर जारी करें मुआवजा
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कर्ज के बोझ तले दबे किसानों को सरसों व गेहूं की फसल से काफी उम्मीद थी, लेकिन बरसात व ओलावृष्टि ने उनकी उम्मीदों को चकनाचूर कर दिया। ऐसे में सरकार से मुआवजे की आस लगाकर किसान बैठे हुए है। सरकार को जल्द गिरदावरी करवाकर किसानों को मुआवजा देना चाहिए। क्योंकि इस बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं व सरसों की खड़ी फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। तेज हवाओं के चलते फसल गिर गई है। इसके चलते दाना कमजोर रहने व उत्पादन कम होने की आशंका है।
पिछले कई सीजन से गठबंधन सरकार किसानों को नहीं दे पाई मुआवजा
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि पिछले कई सीजन से बीजेपी-जेजेपी सरकार किसानों को खराबे का कोई मुआवजा नहीं दे रही है। इतने महीने बाद भी बाढ़ का सैकड़ों करोड़ मुआवजा अब तक पीड़ित किसानों को नहीं मिला। इस बार तो क्लस्टर-2 के सात जिले बीमा से ही वंचित रह गए। पीएम फसल बीमा योजना सिर्फ कंपनियों की तिजोरी भरने का जरिया बन गई है। क्योंकि किसानों के खाते से प्रिमियम काटने की तारीख तो निश्चित है, लेकिन किसानों को मुआवजा देने की कोई तारीख तय नहीं की गई। बार-बार गुहार के बावजूद अन्नदाता को इंतजार ही हाथ लगता है।