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Bittu Bajrangi Bhai Death: बिट्टू बजरंगी के भाई महेश के ऊपर पेट्रोल डालकर आग के हवाले करने के बाद उसका एम्स में इलाज चल रहा था। बीते दिन उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। आक्रोशित भीड़ ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बल्लभगढ़ सोहना रोड पर जाम लगा दिया।

Bittu Bajrangi Bhai Death: हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के बाद चर्चा में आए बिट्टू बजरंगी के भाई महेश की मौत हो गई। दरअसल, बिट्टू बजरंगी के भाई के ऊपर पेट्रोल डालकर आग के हवाले करने के बाद उसका एम्स में इलाज चल रहा था। हमले के तीन सप्ताह बाद महेश ने बीते दिन सोमवार को दम तोड़ दिया। आज दोपहर को महेश के शव को एम्स से फरीदाबाद उसके आवास पर लाया गया। महेश की मौत की खबर पाकर भारी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। बजरंगी से जुड़े लोगों में भारी आक्रोश है। भीड़ और आक्रोश को देखते हुए पुलिस भी अलर्ट हो गई है। कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची है। किसी अप्रिय घटना के चलते पुलिस ने चाचा चौक के आस पास की कुछ दुकानों को बंद करवा दिया है। वहीं, आक्रोशित भीड़ ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर  बल्लभगढ़ सोहना रोड पर जाम लगा दिया है। बड़ी संख्या में सड़क पर उतरे लोग जय श्री राम के नारे लगा रहे हैं।  

13 दिसंबर को महेश पर हुआ था हमला

बता दें कि 13 दिसंबर को महेश के ऊपर सब्जी मंडी में दुकान पर हमला हुआ था। अज्ञात लोगों ने बिट्टू बजरंगी के भाई के ऊपर पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया, जिसमें वह 60 प्रतिशत तरह से झुलस गए थे। महेश ने नाले में कूदकर अपनी जान बचाई थी। इसके बाद वह किसी तरह अपने घर पहुंचा। इसके बाद उसे फौरन एक प्राइवेट अस्पताल में ले जाया गया। हालत गंभीर होने के चलते उसे से सफदरजंग अस्पताल में रेफर किया गया था। यहां भी हालात में सुधार न होने पर बीते दिन महेश को सफदरजंग से एम्स में रेफर किया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।

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'नूंह हिंसा के बाद से मिल रही थी धमकी'

वहीं, परिवार का आरोप है कि नूंह हिंसा के बाद से बिट्टू बजंरगी के परिवार को जान से मारने की धमकियां मिल रही थी। परिवार के लोगों का कहना है कि पुलिस को लगातार इस बात की शिकायत भी दी थी, लेकिन उसके बाद भी पुलिस ने किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की। जानकारी के मुताबिक घटना के बाद पुलिस ने मंडी के आसपास लगे सीसीटीवी खंगाले, लेकिन पुलिस को वारदात से संबंधित अहम सुराग हाथ नहीं लगे। महेश पर हुए हमले को लेकर पुलिस को आशंका है कि दुकान लगाने व किसी अन्य रंजिश के चलते भी हमला किया गया होगा। 

15 दिसंबर को एसआईटी गठित की गई थी

बता दें कि महेश के ऊपर हुए हमले के बाद 15 दिसंबर को फरीदाबाद पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य ने एसीपी क्राइम अमन यादव की अध्यक्षता में एक एसआईटी गठित की थी। इस टीम में सारन एसएचओ, पुलिस चौकी पर्वतीय कॉलोनी और क्राइम ब्रांच सेक्टर 48 के प्रभारी को शामिल किया गया। इसके बाद एफएसएल की टीम ने साक्ष्य लेकर फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिए थे। इसके अलावा 18 दिसंबर को पुलिस आयुक्त राकेश कुमार ने खुद मंडी जाकर मौके का मुआयना किया था और मंडी में लोगों से जानकारी ली थी।

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