Nuh: जिले के बीवां मार्ग स्थित दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के नीचे इस समय खनन सामग्री ढोने वाले वाहनों से गुंडा टैक्स यानी अवैध वसूली का कारोबार दिनदहाड़े किया जा रहा है। जबकि हजारों की संख्या में यहां से वाहन निकल रहे हैं। क्षेत्र के लोकल बाइक सवार, फोर व्हीलर चालक लगातार ऐसी अवैध वसूली को होते देख दंग रह जाते हैं कि दिनदहाड़े अवैध वसूली करने वाले उक्त लोगों के हौसले कितने बुलंद है। इनको पुलिस प्रशासन का तनिक भी भय नहीं है। क्षेत्र के सामाजिक संगठन से जुड़े लोगों ने नवनियुक्त जिला पुलिस कप्तान से घाटा कट के नीचे अवैध नाका लगाकर डंपरों तथा ट्रैक्टरों से वसूली कर रहे इन दबंग किस्म के लोगों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की मांग की।
ओवरलोड वाहनों की पहली पसंद बना एक्सप्रेस वे
जानकारी अनुसार दिल्ली मुंबई बड़ोदरा एक्सप्रेस वे बनने के बाद ओवरलोड वाहनों की पहली पसंद यह एक्सप्रेसवे बन गया है। जहां पहले शहर के अंबेडकर चौक, पुलिस थाना फिरोजपुर झिरका नाका, मांडीखेड़ा यातायात पुलिस थाना बडकली चौक अकेड़ा चौक सहित अन्य कई नाको को पार करने के बाद ही एनसीआर क्षेत्र में प्रवेश किया जाता था, लेकिन दिल्ली मुंबई वडोदरा एक्सप्रेस से बनने के बाद ओवरलोड वाहनों की आवाजाही इस मार्ग पर हो गई है । जिसके चलते जहां टोल संचालकों को मोटा मुनाफा हो रहा है, वही ओवरलोड वाहन बिना किसी डर के दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे पर दौड़ लगाते हुए देखे जा सकते हैं। वाहनों की आवाज अधिक हो जाने के चलते और ओवरलोड वाहनों द्वारा घाटा के इस कट से चढ़ाव होने के कारण दबंग लोगों द्वारा नाका लगाकर अवैध वसूली का कार्य किया जा रहा है।
डंडे लेकर वाहनों को रोकते हुए कर रहे अवैध वसूली
दिनदहाड़े दोपहर के समय कुछ लोग हाथों में लंबे-लंबे डंडे लेकर डंपरों को जबरन रोक रहे थे और उन युवकों में से कुछ युवकों द्वारा डंपरों के ऊपर से फोटो लिए जा रहे थे कि इनमें कितना माल है। जबकि दो दिन पूर्व भी स्थानीय पुलिस को इस बाबत सारी जानकारी दी गई थी। उसके बावजूद भी अवैध रूप से नाका लगाकर वाहनों को रोकने का और उगाही करने का कारोबार खुलेआम किया जा रहा है। इस बारे में थाना प्रबंधक अमन सिंह ने कहा कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी है। यदि ऐसा है तो उसकी जांच करवाई जाएगी।
टोल प्लाजा पर भी ओवरलोड वाहनों को नहीं रोकते
टोल प्लाजा वाले भी केवल टोल वसूलने में जुटे हुए हैं, ओवरलोड वाहनों को रोकने में कोई ध्यान नहीं है। दिल्ली मुंबई वडोदरा एक्सप्रेस वे पर टोल का संचालन करने वाले कर्मचारी और मालिकों द्वारा केवल टोल वसूलने का ही कारोबार किया जा रहा है जबकि ओवरलोड वाहनों पर कोई अंकुश नहीं लगाया जा रहा, जिसके चलते लगातार दिल्ली मुंबई वडोदरा एक्सप्रेसवे पर दुर्घटनाओं को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ करोड़ों रुपए की लागत से बना दिल्ली मुंबई बड़ोदरा एक्सप्रेस वे रोड़ क्षतिग्रस्त हो रहा है। प्रशासन का कोई ध्यान इस और नहीं जा रहा।