शहजादपुर/अंबाला: बिजली निगम के जेई द्वारा देवी-देवताओं के बारे में अभद्र टिप्पणी करने के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। शहजादपुर माजरा की सरपंच, पूर्व सरपंच, जिला परिषद के पूर्व वाइस चेयरमैन समेत हिंदू संगठनों से जुड़े लोग शहजादपुर के त्रिवेणी चौक पर आत्मदाह करने पहुंचे। यहां, प्रदर्शनकारियों ने आरोपी जेई की गिरफ्तार के साथ उनके ऊपर दर्ज हुए मुकदमें को वापस लेने की मांग रखी। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को बताया कि आरोपी जेई को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन पेंच आरोपी को बिजली निगम से बर्खास्त कराने तथा उनके ऊपर दर्ज मुकदमा कैंसिल करने पर फंसा रहा। मौके पर पहुंचे एसडीएम यश जालुका ने प्रदर्शनकारियों को शांत कराया।
20 लोगों पर दर्ज हुआ था मुकदमा
बता दें कि बुधवार को शहजादपुर थाने की पुलिस ने नेशनल हाईवे जाम करने वाले शहजादपुर माजरा की सरपंच, पूर्व सरपंच, पूर्व वाइस चेयरमैन समेत 20 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया था। जिसके बाद पुलिस की कार्रवाई से भड़के हिंदू संगठनों के 11 लोगों ने वीरवार को शहजादपुर की त्रिवेणी चौक पर सामूहिक आत्मदाह करने की चेतावनी दी। इन लोगों ने बुधवार देर रात भी पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। बता दें कि गांव घडौली निवासी बिजली निगम के जेई तरसेम गोदिया ने अपने सोशल मीडिया पर हिंदू धर्म के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। जिसके खिलाफ भगवान परशुराम सेवा दल के महासचिव प्रवीण शर्मा ने शहजादपुर पुलिस थाने को शिकायत सौंपी थी। यही नहीं, हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों ने सोमवार को भी जाम लगाया था।
नेशनल हाइवे जाम करने पर दर्ज किया था मुकदमा
पुलिस ने आरोपी जेई के खिलाफ मामला दर्ज कर 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला जरूर दर्ज किया, लेकिन गिरफ्तारी नहीं कर पाई। आरोपी की गिरफ्तारी न होने से खफा शहजादपुर माजरा की सरपंच नेहा ने कहा कि उसके पति अरुण और उनके पिता पूर्व सरपंच सतीश कुमार मंगलवार शाम 7 बजे अपने साथी प्रवीण शर्मा व नरपत राणा समेत 40/50 लोगों को लेकर शहजादपुर बस स्टैंड के पास पहुंचे थे। यहां प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मंगलवार शाम 7 बजे से रात 11 बजे तक नेशनल हाईवे-72 (अंबाला-नाराणगढ़ मार्ग) और बुधवार को त्रिवेणी चौक पर जाम लगा दिया था। इसी मामले में उनके ऊपर केस दर्ज किया था।