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हरियाणा में 25 मई को होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा ने देश की सबसे अमीर महिला एवं पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल व पूर्व मेयर शकुंतला राजीवाल को भाजपा में शामिल कर कांग्रेस को एक और बड़ा झटका दिया है। सावित्री जिंदल ने बुधवार को कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर दिया था। नवीन जिंदल को कुरूक्षेत्र से भाजपा का टिकट मिलने के बाद से ही इसके कयास लगाए जा रहे थे।

हिसार। प्रदेश की पूर्व मंत्री एवं देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल वीरवार को हिसार की पूर्व मेयर शकुंतलाराजीवाल व समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गई। सावित्री जिंदल के बेटे एंव पूर्व सांसद नवीन जिंदल को भाजपा ने 24 मार्च को कुरूक्षेत्र लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया था। जिसके बाद से सावित्री जिंदल के भी भाजपा में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे। बुधवार को हिसार स्थित अपने आवास पर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने के बाद पूर्व मंत्री ने सोशल मीडिया पर कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर इसके संकेत भी दे दिए थे। सावित्री जिंदल ने 2005 में हुए विमान हादसे में पति ओमप्रकाश जिंदल की मौत के बाद राजनीति में कदम रखा था। 2005 से 2024 तक वह हिसार विधानसभा से लगातार दो बार विधायक चुनी गई तथा हुड्डा सरकार में स्थानीय निकाय मंत्री भी रही। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी व पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मौजूदगी में पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल ने वीरवार को भाजपा की सदस्यता दी।

दो लाख करोड़ से ज्यादा का नेटवर्थ

दो बार की विधायक एवं हुड्डा सरकार में मंत्री रही सावित्री जिंदल का नाम देश की सबसे अमीर महिलाओं में टॉप पर है। जिंदल ग्रुप देश का जानामाना उद्योग समूह है और ग्रुप का पूरा कारोबार सावित्री जिंदल संभालती हैं। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार 28 मार्च 2024 तक सावित्री जिंदल की कुल संपत्ति 29.6 अरब डॉलर है। भारतीय मुद्रा में यह करीब 2.47 लाख करोड़ रुपये है। दुनिया के अरबपतियों की सूची में सावित्री जिंदल का नाम 56वें स्थान पर आता है। 

हुड्डा की ताजपोशी में जिंदल परिवार का अहम रोल

कांग्रेस ने हरियाणा में 2005 के विधानसभा चुनाव पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के नेतृत्व में लड़ा था। चुनाव में बहुमत मिलने के बाद कांग्रेस ने भजनलाल की जगह भूपेंद्र हुड्डा को प्रदेश का मुख्यमंत्री बना दिया था। भजनलाल की जगह भूपेंद्र हुड्डा को मुख्यमंत्री बनाने में उघोगपति एवं कांग्रेस के तत्कालीन नेता ओमप्रकाश जिंदल का अहम रोल रहा था। 2005 में हुड्डा की सरकार बनने के कुछ समय बाद विमान दुर्घटना में ओमप्रकाश जिंदल व पूर्व मुख्यमंत्री बंशीलाल के बेटे सुरेंद्र सिंह की मौत हो गई थी। जिसके बाद सुरेंद्र सिंह की पत्नी किरण चौधरी की दिल्ली की सक्रिय राजनीति से किरण चौधरी का हरियाणा की सक्रिय राजनीति में एंट्री हुई थी। पति ओमप्रकाश की मौत के बाद ही सावित्री जिंदल ने राजनीति कदम रखा था। 

पूर्व मेयर के साथ इन्होंने भी ज्वाइन की भाजपा

भाजपा ज्वाइन करने वालों में जिंदल परिवार से सीमा जिंदल, जगदीश जिंदल भी शामिल हैं। जिंदल परिवार की उंगली पकड़कर हिसार नगर निगम की मेयर बनी शकुंतला राजलीवाल ने भी पूर्व मंत्री के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन कर ली। कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष वेद रावल, पूर्व डिप्टी मेयर डीएन सैनी, गुलजार काहलो सहित कई पूर्व एमसी व अन्य ने भी भाजपा ज्वाइंन की। 

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