Child Murder in Faridabad: फरीदाबाद में केमिस्ट ने फिरौती ऐठने के चक्कर में एक बच्चे की हत्या कर दी। बताया जा रहा है आरोपी केमिस्ट कर्ज में डूबा हुआ था जिसके लिए उसने बच्चे को किडनैप किया था। इसके बाद उसे बेहोश करने के लिए नशीला इंजेक्शन लगा दिया। इंजेक्शन में नशीली दवा की मात्रा अधिक होने के कारण बच्चे की जान चली गई। उसके मौत से घबराए केमिस्ट ने उसके शव को ठिकाने लगाने के लिए फतेहपुर से होकर गुजरने वाली आगरा नहर में फेंक दिया, लेकिन शव झाड़ियों में अटक गया।
घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी केमिस्ट परिजनों के साथ मिलकर साथ बच्चे की तलाश में जुट गया। जब परिजनों को उस पर शक हुआ तो उन्होंने केमिस्ट को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। इसके बाद पुलिस पूछताछ में उसने सारे राज खोल दिए और पुलिस ने बच्चे के शव को आगरा कैनाल से बरामद किया। फिलहाल पुलिस शव को पोस्टमार्टम और मामले की जांच में जुटी हुई है। इस मामले को लेकर परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं और साथ ही थाने के बाहर हंगामा भी किया।
बर्फ लेने निकला था कुश
जानकारी के अनुसार, बल्लभगढ़ स्थित सेक्टर 62 आशियाना फ्लैट में उमेश चंद परचून की दुकान करते हैं। 13 जून की शाम लगभग साढ़े 6 बजे उसका बेटा 13 वर्षीय कुश अपनी दुकान से पड़ोस की दुकान पर बर्फ लेने के लिए साइकिल लेकर निकला था। उनका बेटा जब काफी देर बाद जब बर्फ लेकर नहीं लौटा तो उसकी मां प्रियंका ने उसे खोजना शुरू किया, लेकिन कुश कहीं नहीं मिला।
तीन आरोपियों को किया था पुलिस के हवाले
इसके बाद परिजनों ने मिलकर बच्चे की तलाश शुरू कर दी, उनके साथ दवा की दुकान चलाने वाला विशाल भी बच्चे की तलाश कर रहा था। काफी तलाश के बाद बच्चे की साइकिल विशाल के घर की छत पर मिली। इसके बाद सीसीटीवी के आधार पर बच्चे के माता-पिता और अन्य पड़ोसियों ने विशाल पर बच्चे के अपहरण का शक जताया और विशाल को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया।
परिजनों के अनुसार उन्होंने विशाल सहित कुल तीन आरोपियों को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया था, जिनमें से पुलिस ने अन्य को छोड़ दिया। जिसके बाद पुलिस के पूछताछ में आरोपी ने बताया कि बच्चे को बेहोश करने के लिए नशे का इंजेक्शन दिया था, लेकिन डोज ज्यादा होने से उसकी मौत हो गई। जिसके बाद उसने शव को ठिकाने लगाने के लिए नहर में फेंक दिया।
पिता ने लगाया पुलिस पर आरोप
बच्चे के पिता ने जानकारी दी कि उनके बेटे का हत्या करने वाला उनका पड़ोसी विशाल कर्ज में डूबा हुआ है। इस कर्ज को उतारने के लिए उसने उनका बेटा जो आठवीं कक्षा में पढ़ता था उनका अपहरण किया था ताकि वह उनसे फिरौती मांग सके। पिता उमेश चंद ने आगे बताया कि पुलिस ने इस मामले को लेकर में लापरवाही बरती है। उन्होंने महज 6 घंटे में ही आरोपी विशाल को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया था, लेकिन पुलिस आरोपी से बच्चे के बारे में समय रहते पता नहीं लगा पाई। इसके चलते उनके बेटे की जान चली गई।
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वहीं, इस मामले को लेकर थाना आदर्श नगर के एसएचओ का कहना है कि बच्चे के परिजनों के बयान पर आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। अब आरोपी विशाल को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जाएगा। साथ ही उसे कोर्ट के आदेश के बाद रिमांड पर लिया जाएगा, ताकि रिमांड के दौरान पूछताछ में अन्य आरोपियों का भी खुलासा किया जा सके।