Child trafficking News, खरखौदा (सोनीपत)। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की टीम ने ऑनलाइन बच्चों को बेचने के मामले का भंडाफोड़ किया तो उसके तार खरखौदा से भी जुड़ गए है। सीबीआई की टीम ने मामले में खरखौदा के वार्ड-12 के 25 वर्षीय नीरज को गिरफ्तार किया है। टीम ने युवक का रिकॉर्ड भी खंगाला है। टीम ने खरखौदा स्थित युवक के घर आकर ना केवल उसके बैंक खाते की डिटेल ली है बल्कि उसके दस्तावेजों को भी टीम ने अपने कब्जे में लिया है।
सीबीआई ने शुक्रवार को पकड़ा था गिरोह का एक सदस्य
शुक्रवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो ने बच्चों की खरीद-फरोख्त करने वाले एक गिरोह के सदस्यों को पकड़ा था। जिसमें दिल्ली के साथ ही हरियाणा में भी छापा डाला गया। टीम ने तीन नवजात बच्चों को बरामद किया था। कुछ महिलाओं के साथ ही अन्य लोगों को भी पकड़ा था। वह बच्चों के माता पिता या फिर सरोगेट मां से बच्चों को खरीदते थे
नि:संतान संपत्तियों को करते थे टारगेट
माता-पिता से बच्चों को खरीदने के बाद गिरोह के सदस्य नि:सतान दंपत्तियों की पहचान कर उनसे डील करते थे। इस मामले के तार उस दौरान खरखौदा से जुड़ गए जब सीबीआई की एक जांच टीम खरखौदा पहुंची और शहर के वार्ड 12 के निवासी नीरज के घर दस्तक दी। टीम की तरफ से युवक के रिकॉर्ड को खंगाला है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि मामले में जिस युवक नीरज का नाम है वह कोई काम धंधा नहीं करता था। अक्सर बाइक पर घूमता रहता था। हालांकि लोगों ने ज्यादा जानकारी नहीं दी। स्थानीय पुलिस ने इस संबंध में सीबीआई की तरफ से कोई मदद नहीं मांगने की बात कही है।
यह था मामला
सीबीआई ने फेसबुक व व्हाट्सअप चैनल पर विज्ञापनों के माध्यम से नि:संतान दंपत्तियों को बच्चे बेचने वाले गिरोह के सात सदस्यों का भंडाफोड़ किया था। सीबीआई ने दो दिन व 15 दिन के दो शिशुओं को भी बाल तस्करी से बचाया था तथा हरियाणा दिल्ली में सात जगह सर्च अभियान चलाया था। बरामद किए गए दो व 15 दिन के शिशुओं को 4 से 6 लाख रुपये में बेचने की योजना थी। सोनीपत के नीरज व दिल्ली पश्चिमी विहार के इंदु पंवार गिरोह चलाते थे। पटेल नगर के असलम व पूजा कश्यप, कविता, रितु को बच्चों की देखभाल का जिम्मा दिया हुआ था। ग्राहक अंजलि लेकर आती थी।