Sonipat: कनाडा के वैंकूवर शहर में हमलावरों की गोली का शिकार हुए सेक्टर-12 निवासी चिराग आंतिल का शव सोमवार को सोनीपत स्थित सेक्टर-7 में उनके निमार्णाधीन मकान में पहुंचा। विदेश मंत्रालय, भारतीय दूतावास व कनाडा में रह रहे परिचितों की मदद से शव को कनाडा एयरपोर्ट से दिल्ली लाया गया। वहां से परिजन शव को लेकर सोनीपत पहुंचे, जहां मंगलवार सुबह गांव के यमुना घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा।
कनाडा में एमबीए की पढ़ाई करने गया था चिराग
मूलरूप से गांव बड़ौली फिलहाल सेक्टर-12 निवासी रोमित आंतिल ने बताया कि उसका भाई चिराग आंतिल कनाडा के वैंकूवर शहर में एमबीए की पढ़ाई करने गया था। वह अब वर्क वीजा पर एक सिक्योरिटी कंपनी में काम करता था। उन्हें 13 अप्रैल को वैंकूवर पुलिस ने मेल से जानकारी दी थी कि आपके भाई चिराग आंतिल की हत्या कर दी गई है। उसके बाद से परिवार के सदस्य कनाडा पुलिस व वहां रह रहे परिचितों के संपर्क में थे। परिवार के सदस्यों ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर व दूतावास से संपर्क कर भाई के शव को जल्द भारत पहुंचवाने की गुहार लगाई। विदेश मंत्रालय, भारतीय दूतावास व कनाडा में रह रहे परिचितों की मदद से सोमवार को शव दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा।
पिता की अनोखी सेवानिवृत्ति बनी थी चर्चा का विषय
चिराग आंतिल के पिता महाबीर सिंह आंतिल चीनी मिल में इंस्पेक्टर थे। वह जनवरी 2020 में सेवानिवृत्त हुए थे। उनकी सेवानिवृत्ति के दौरान विदाई पार्टी पर क्षेत्र के किसानों ने उन्हें 15 लाख की क्रेटा गाड़ी, ढाई लाख रुपए कीमत की बुलेट बाइक व 10 लाख रुपए की मालाओं से स्वागत किया था। क्षेत्र के विधायक मोहनलाल बड़ौली खुद उन्हें अपनी कार से घर तक लेकर आए थे। अब बेटे के जाने से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। चिराग की मृत्यु से गांव में शोक की लहर है।