Van Mahotsav in Karnal: सीएम नायब सैनी ने आज शनिवार को करनाल में आयोजित 75 वां राज्य स्तरीय वन महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने सभी को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इसके साथ ही उन्होंने वन मित्र और एक पेड़ मां के नाम योजना की भी घोषणा की। सीएम सैनी ने कहा कि वन मित्र को 20 रुपये प्रति पौधे के हिसाब से दिए जाएंगे, वह खुद से पौधे लगाएंगे और उनका संरक्षण भी करेंगे।
दूसरी योजना यह होगी कि जिस तरह से 5 जून को पीएम नरेंद्र मोदी ने एक पेड़ मां के नाम योजना शुरू की थी, उसी तरह यह योजना हरियाणा में भी शुरू होगी। उन्होंने कहा कि व्यक्ति अपनी मां के नाम पेड़ लगाएगा। उस पौधे को वन मित्र को सौंप दे और इसके बाद वन मित्र उसका संरक्षण करेंगे, उसके लिए भी उन्हें 10 रुपए प्रति पेड़ दिए जाएंगे।
सीएम नायब सैनी ने दिया स्लोगन
इस आयोजन के दौरान सीएम नायब सैनी के साथ 20 हजार पौधे कई संस्थाओं, नागरिकों, छात्रों और एनसीसी कैडेट द्वारा लगाए गए। सीएम ने पौधारोपण के अवसर पर सेलिब्रेट नेचर-सेलिब्रेट लाइफ का स्लोगन दिया। उन्होंने ने कहा कि पेड़ों की कटाई अधिक होने की वजह से तापमान 50 डिग्री से ऊपर तक चला गया था। हम पेड़ तो काटते रहे लेकिन लगा कम रहे हैं।
सरकार ने लिया ये फैसला
नायब सैनी ने आगे कहा कि हमारे राज्य को हरा-भरा बना कर प्रदूषण मुक्त करने के लिए ऑक्सीवन बनाए जा रहे है। साल 2023-24 में रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, गुरुग्राम और नूह जिला में 22425 हेक्टेयर क्षेत्र को सुरक्षित वन अधिसूचित किया गया है। इसके साथ ही 5 से 100 एकड़ में ओक्सीवन बनाने का फैसला लिया गया है। शहरी और ग्रामीण इलाकों में 22 ओक्सीवन स्थापित किए गए है। वहीं, पंचकूला जिले में ओक्सीवन स्थापित करने काम जारी है। प्राण वायु पेंशन स्कीम के तहत साल 2023-24 में 3819 वृक्ष संरक्षकों के खाते में 2750 रुपये प्रति वर्ष के हिसाब से पेंशन दी रही है।
1 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य
बता दें कि सरकार ने 1 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है अक्टूबर 2014 से अब तक लगभग 18 करोड़ पौधे लगाने का काम सभी संस्थाओं, नागरिकों और वन विभाग द्वारा किया गया है। वहीं वन विभाग द्वारा भी वृक्षारोपण की जियो टैगिंग और ड्रोन द्वारा नियमित मैपिंग का भी व्यवस्था की गई है। मोरनी में भी अंतरराष्ट्रीय स्तर का ऑक्सीवन स्थापित किया गया है। राज्य के कई जिले जैसे यमुनानगर, पंचकूला, करनाल, फरीदाबाद और सोनीपत में नगर वन विकसित किए जाने की तैयारी की जा रही है और प्रदेश में 500 ग्राम वन समितियां कार्यरत हैं।