योगेंद्र शर्मा, Haryana: सूबे में केवल सत्ताधारी दल भाजपा ही नहीं बल्कि अब कांग्रेस की ओर से भी चुनावी मुहिम तेज कर दी गई है। भाजपा के राष्ट्रीय और प्रदेश के सियासी दिग्गज पहले ही चुनावी मुहिम तेज कर चुके हैं, अब कांग्रेस राज्य की दस की दस लोकसभा और सभी विधानसभा सीटों को लेकर अभी से तैयारी में जुट गई है। प्रदेश कांग्रेस मामलों के प्रभारी दीपक बाबरिया औऱ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के चीफ उदयभान सिंह, नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा सभी इस मुहिम को तेज करने में जुटे हुए हैं। यहां तक की पार्टी हाईकमान और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सभी को साथ में लेकर फील्ड में उतरने की तैयारी कर ली है। इस क्रम में अभी से राज्य की सभी 90 विधानसभा सीटों को लेकर तीन-तीन सीटों पर और सभी लोकसभा की दस की दस सीटों पर वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी सौंप दी गई है।
विधानसभा और लोकसभा के लिए समन्वयकों की नियुक्ति
कांग्रेस हाईकमान के निर्देशों के अनुसार राज्य कांग्रेस द्वारा सूबे की 90 सीटों को लेकर तीन- तीन सीटों पर एक समन्वयक की नियुक्ति की जाएगी। अर्थात तीस समन्वयकों द्वारा सभी सीटों को लेकर लोकसभा के अलग से तैनात किए गए समन्यवकों के साथ मिलकर काम करेंगे। कांग्रेस को प्रदेश में मजबूत करने के लिए हर घर कांग्रेस, घर घर कांग्रेस अभियान भी शुरू किया जा रहा है, जो लोगों तक पहुंच बनाने का प्रयास है।
लोकसभा के लिए इस तरह से सौंपी गई जिम्मेदारी
कांग्रेस की ओऱ से लोकसभा सीटों के लिए आफताब अहमद को फरीदाबाद सीट, जबकि अंबाला लोकसभा के लिए पूर्व मंत्री औऱ वरिष्ठ नेता भीमसैन मेहता को अंबाला सीट, सिरसा के लिए प्रो. संपत्त सिंह, विधायक जगबीर मलिक को कुरुक्षेत्र, इसी क्रम में चक्रवर्ती शर्मा को हिसार, पूर्व सीपीएस रामकिशन फौजी को सोनीपत, पूर्वमंत्री राव नरेंद्र को रोहतक, कांग्रेस प्रवक्ता व व्यापारी नेता को भिवानी महेंद्र गढ़, बीबी बतरा रोहतक को करनाल सीट के लिए, फरीदाबाद सीट के लिए एसएल शर्मा को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जल्द ही इसी तरह से तीन-तीन विधानसभा सीटों पर भी जिम्मेदारी पूर्व विधायकों, वर्तमान कांग्रेस विधायकों को मिलने जा रही है।
एकला चलो की नीति पर रहेगी कांग्रेस
कांग्रेस ने दस की दस सीटों पर समन्वयकों की ड्यूटी लगाकर साफ कर दिया कि वे इंडिया (INDIA) एलायंस में शामिल आप पार्टी को हरियाणा के अंदर लोकसभा सीट नहीं देगी। पार्टी लोकसभा की सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी और अपने दम पर लड़ेगी। कांग्रेस ने एलायंस में शामिल राजनीतिक दलों के साथ सीटों को लेकर पैरामीटर तय कर लिए हैं। जिनके आधार पर उसने हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटें अपने पास रखने का फैसला लिया है। चुनाव में भाजपा को मात देने के लिए देशभर की राजनीतिक पार्टियों को एकजुट करते हुए एलायंस बना है लेकिन हरियाणा में सीटों का बंटवारा करने के हक में कांग्रेस नहीं दिखाई देती। यहां पर याद दिला दें कि कांग्रेस ने लोकसभा के अतीत 2019 में हुए चुनावों को लेकर मानक तय कर लिए हैं। कांग्रेस की ओऱ से तय किया गया है कि जिन लोकसभा सीटों पर 2019 में प्रत्याशी दूसरे स्थान पर रहे, वह सीट किसी दल को नहीं दी जाएगी।
संभावित कैंडिडेट शॉर्टलिस्ट करने के लिए कमेटी
कांग्रेस ने अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्टिंग के लिए पांच स्क्रीनिंग कमेटियां बनाई हैं। हरियाणा की जिम्मेदारी भक्त चरणदास को दी गई है। भक्त चरणदास इस समय अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी प्रवक्ता और महासचिव हैं। हरियाणा के साथ-साथ यूपी, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख क्लस्टर के लिए बनी स्क्रीनिंग कमेटी का भी अध्यक्ष बनाया है। कमेटी में पार्टी नेता नीरज दांगी और यशोमति ठाकुर बतौर मेंबर शामिल रहेंगे।