योगेंद्र शर्मा, हरियाणा: बरसों से मंत्री पद का इंतजार करने वाले कई विधायक मंत्री पदों पर विराजमान हो गए हैं। अब इसके बाद अब अहम विभागों, गाड़ी-घोड़ा (वाहन), शानदार दफ्तर और अच्छी कोठियों के लिए मारामारी होने लगी है। वैसे, एक दिन पहले शपथ ग्रहण के बाद ही मंत्रियों के कमरों पर मंत्रियों के नाम अंकित कर दिए गए थे। इक्का दुक्का मंत्री तो बीती रात ही अपने दफ्तर में विराजमान हो गए थे। कुछ मंत्रियों को उन्हें विधिवत बैठाए जाने का इंतजार बना हुआ है।
सरकारी कोठी व अच्छी गाड़ियों पर नजर लगाए बैठे नए मंत्री
नए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी बुधवार को कार्यक्रमों में व्यस्त रहे। दूसरी तरफ नए मंत्रीमंडल के सदस्यों में मनचाहा दफ्तर लेने के साथ-साथ बढ़िया लोकेशन पर चंडीगढ़ में सरकारी कोठी पाने, अच्छी गाड़ियों की तरफ नजरें लगी हुई हैं। खास बात यह है कि अभी तक मंत्रियों के विभागों का बंटवारा नहीं हुआ है, इसलिए अहम और मलाईदार विभागों को लेकर भी मारामारी चल रही है। हरियाणा पंजाब सचिवालय के गलियारों में विभागों को लेकर भी चर्चाओं का दौर जारी रहा। भले ही सरकार का कार्यकाल मात्र छह माह के लिए है, वो भी इस दौरान पहले लोकसभा चुनावों को लेकर आचार संहिता की तलवार लटकी रहेगी, बाद में विधानसभा चुनावों को लेकर तलवार लटकी रहेगी, उसके बाद भी विधायकों में हर कोई आलीशान कोठी की चाहत रख रहा है। इस दिशा में नव नियुक्त मंत्रियों ने प्रयास भी शुरु कर दिए हैं। पहले मंत्री पद पाने की रेस में विधायक शामिल थे, वहीं अब मंत्रियों के बीच मनपसंद दफ्तरों, कोठियों, वाहनों को लेकर रस्साकशी साफ दिखने लगी है।
अनिल विज के दफ्तर पर रही नए मंत्रियों की नजर
हरियाणा सरकार में बनाए गए मंत्रियों में से अधिकांश की नजर पूर्व गृह मंत्री अनिल विज के दफ्तर की तरफ लगी हुई हैं। इस दिशा में हरियाणा की कैबिनेट और अब दूसरी में भी मंत्री बने डॉ. कमल गुप्ता, मूलचंद शर्मा की नजरें लगी हुई थी। लेकिन हरियाणा सरकार के मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने उक्त दफ्तर मंत्री सीमा त्रिखा को अलॉट कर दिया है। इस कारण से डॉक्टर कमल गुप्ता को पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के पाचंवे तल स्थित दफ्तर को अलॉट कर दिया गया है। अनिल विज की वोल्वो कार के लिए मंत्रियों में अच्छी खासी जंग चल रही है। इसे पाने के लिए सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने मुख्य सचिव को पत्र लिख डाला है। इसी क्रम में हाल ही में मंत्री बने नेताओं के बीच चंडीगढ़ के आलीशान सरकारी बंगलों को लेकर भी पत्राचार और प्रयास किए जा रहे हैं। नए मंत्रियों में कुछ मजाकिया लहजे में कहते हैं कि चलो छह माह के लिए कम से कम मंत्री पद की इच्छा पूरी तो हुई।
मंत्रियों को अलॉट हुए दफ्तर
हरियाणा की नायब सैनी सरकार में मंत्रियों को हरियाणा के सिविल सचिवालय में दफ्तरों का आबंटन भी कर दिया गया है। वैसे, बीती रात को पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का दफ्तर कैबिनेट मंत्री डॉ. कमल गुप्ता को अलॉट कर दिया गया है। पूर्व गृह मंत्री अनिल विज का ऑफिस राज्य मंत्री सीमा त्रिखा को दिया है। मनोहर सरकार के कैबिनेट मंत्री डॉ. कमल गुप्ता का पुराना दफ्तर राज्य मंत्री संजय सिंह को अलॉट किया गया है। पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली का दफ्तर अंबाला शहर के विधायक और मंत्री असीम गोयल को अलॉट कर दिया गया है। पूर्व राज्य मंत्री कमलेश ढांडा का दफ्तर अभय सिंह यादव को दिया गया है। यह दफ्तर ठीक पूर्व में गृह मंत्री विज के दफ्तर के सामने स्थित है। पूर्व मंत्री ओपी यादव का दफ्तर बिशंभर वाल्मीकि को दे दिया गया है। इसमें वाल्मीकि बीती रात ही बैठे औऱ अपने समर्थकों के साथ पहुंचकर लड्डू भी बांटे। पूर्व मंत्री अनूप धानक का दफ्तर महिपाल ढांडा को अलॉट कर दिया गया है। पूर्व खेल मंत्री सरदार संदीप सिंह का दफ्तर सुभाष सुधा को अलॉट किया है। सीएम नायब सिंह सैनी के साथ 12 मार्च को शपथ लेने वाले 5 मंत्रियों के पूर्व के दफ्तर उन्हें दोबारा आवंटित कर दिए गए हैं।
पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत की कोठी पर सभी की नजरें
दफ्तर और वाहन के साथ ही मंत्रियों में मनपसंद सरकारी बंगलों व उनकी लोकेशन को लेकर होड़ लगी हुई है। खासतौर पर डिप्टी सीएम रह चुके दुष्यंत की कोठी को लेकर कई नेता खास उत्साहित दिखाई दे रहे है। पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की कोठी प्राइम लोकेशन पर है, यह कोठी राज्यमंत्री के स्थान पर अहम मंत्री और कैबिनेट मंत्री को ही मिलेगी। चंडीगढ़ के सेक्टर-7 में पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली, ओपी यादव, कमलेश ढांडा, संदीप सिंह और कमलेश ढांडा की कोठी खाली होनी बाकी है, इनको पाने के लिए हर कोई प्रयास कर रहा है।
विभागों का बंटवारा जल्द, अहम महकमों पर सभी की नजरें
नए सीएम नायब सिंह सैनी मंत्रीमंडल के मंत्रियों को किसी भी वक्त अब महकमों का अलॉटमेंट करने की बारी है। सभी की नजरें अहम विभागों पर लगी हुई हैं, इस कारण से नए सीएम और पूर्व सीएम मनोहरलाल इस पर खासा चिंतन मंथन करने के बाद ही विभाग बांट देंगे। विभागों को लेकर तमाम तरह की चर्चा चल रही हैं, जिसमें 6 पुराने कैबिनेट मंत्रियों को अहम मंत्रालय मिलने की आशा बंधी है। इसके अलावा 7 नए राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) को भी मलाईदार महकमें मिलने की चर्चाएं हैं। हर कोई अपने स्तर पर प्रयास करने में जुटा हुआ है। मुख्यमंत्री नायब सैनी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के बीच बातचीत के बाद ही वीरवार शाम तक महकमों का बंटवारा कर दिया जाएगा।
निर्दलियों को अभी भी आशा
सूबे की नवगठित सरकार को समर्थन करने वाले निर्दलियों को भले ही मंत्री पद नहीं मिल सका है, लेकिन उन्हें भी कई तरह की आशा बनी हुई है। आचार संहिता समाप्त होने अथवा उसके पहले चुनाव आयोग से इजाजत लेकर बोर्ड और निगमों में समायोजित किया जा सकता है। इसके अलावा जजपा से किनारा करने वाले मंत्रियों में कई को आने वाले वक्त में होने वाले विस चुनावों में भाजपा का टिकट मिलने की उम्मीद भी लगी हुई है।