Doctors Day in Haryana: हरियाणा में सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के नेतृत्व में राज्यभर के चिकित्सक आज सोमवार को डॉक्टर्स डे पर काले बैज लगाकर अपना रोष जाहिर करेंगे। सभी चिकित्सक आज के दिन डॉक्टर्स डे को ब्लैक डे के रूप में मनाने वाले हैं।
इस मुद्दे को लेकर करेंगे विरोध
एसोसिएशन के जिला प्रधान ने बताया कि डॉक्टर एसएमओ की सीधी भर्ती का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि अपने पूरे सेवा अवधी में लगभग 5 प्रतिशत मेडिकल ऑफिसर ही प्रमोट हो पाते हैं और ज्यादातर ऑफिसर बिना एसएमओ बने ही रिटायर हो जाते हैं।
रविवार को हुई थी बैठक
उनकी मांग यह है कि इसके अलावा 4, 9, 13 और 20 साल एसीपी दी जाए, अभी 5, 10 और 15 पर दी जा रही है। उन्होंने बताया कि इसको लेकर एचसीएमएस एसोसिएशन की राज्य कोर समिति की एक बैठक रविवार को आयोजित की गई। इसमें एचसीएमएस एसोसिएशन की लंबे समय से लंबित वास्तविक मांगों के प्रति सरकार के असंवेदनशील और संवेदनहीन रवैये के कारण सदस्यों में इसे लेकर रोष है।
जिला प्रधान ये भी बताया कि डॉक्टरों ने छह महीने पहले अपनी को लेकर आंदोलन टाल दिया था, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि छह महीने बाद भी सरकार के वादे के अनुसार किसी भी मुद्दे का समाधान नहीं हो पाया है। इसके बाद यह फैसला लिया गया कि राज्य के सभी चिकित्सक विरोध स्वरूप डॉक्टर्स डे पर काले बैज लगाएंगे और अपना रोष प्रकट करेंगे।
बताया जा रहा है कि एसएमओ की सीधी भर्ती को रोकने के लिए सेवा नियमों में संशोधन और केंद्रीय सरकारी डॉक्टरों के समान एसीपी, भत्तों का प्रावधान के प्रस्ताव डीजी कार्यालय द्वारा अभी तक शुरू भी नहीं किए गए हैं। 3900 एमओ पदों में से लगभग 1100 पद, 636 एसएमओ पदों में से 250 पद और 8 निदेशक पदों में से 5 पद खाली हैं। राज्य के सरकारी अस्पतालों में विशेषज्ञों की भारी कमी है।
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वहीं, स्पेशलिस्ट कैडर का प्रस्ताव वित्त विभाग में पिछले चार महीने से अटका हुआ है, जबकि सीएम की मंजूरी मिल चुकी है। पीजी बॉन्ड की राशि में कमी का प्रस्ताव भी छह महीने से लंबित है। इसी तरह डॉक्टरों के नियमित पदोन्नति की फाइल भी पिछले डेढ़ साल देरी से चल रही है और जो डॉक्टर 2002 में एमओ के रूप में शामिल हुए थे, वे अभी भी पदोन्नति का इंतजार ही कर रहें हैं।