Haryana Doctors Strike: हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (HCMSA) के नेतृत्व में आज शुक्रवार को डॉक्टरों की हड़ताल का दूसरा दिन है। इस हड़ताल के कारण आपातकालीन सेवाएं, ओपीडी और पोस्टमार्टम बंद किया गया है। एसोसिएशन ने सीएम के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर और उसके बाद एसीएस स्वास्थ्य सुधीर राज पाल से बातचीत की, लेकिन उनके समस्याओं का कोई समाधान नहीं निकल सका।
एचसीएमएसए के अध्यक्ष डॉ. राजेश ख्यालिया ने बताया कि पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए बांड राशि में कमी से संबंधित केवल एक मांग को पूरा किया गया है। वर्तमान समय में, एक डॉक्टर को बांड के हिस्से के रूप में एक-एक करोड़ रुपये की दो जमानत देनी होती है। जिसे घटाकर 50 लाख रुपये कर दिया गया है।
ये पद हैं खाली
वहीं, डॉक्टरों के संगठन ने बताया कि मेडिकल ऑफिसर (MO) के 3,900 पदों में से 1,100 पद यानी की 28 प्रतिशत से अधिक पद खाली पड़े हुए हैं। सीनियर मेडिकल ऑफिसर ( SMO)के 636 पदों में से 250 पद यानी की लगभग 40 प्रतिशत पद खाली हैं और निदेशक के आठ पदों में से पांच खाली हैं। सीएम से मंजूरी के बाद भी विशेषज्ञ कैडर का प्रस्ताव आगे नहीं बढ़ रहा है।
एसोसिएशन की थी ये घोषणा
एसोसिएशन कि ओर से कहा गया था कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की गई तो 25 जुलाई से राज्य के सभी एचसीएमएस डॉक्टर पूर्ण रूप से हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर हो जाएंगे। जिसमें डॉक्टरों द्वारा ओपीडी, पोस्टमार्टम और इमरजेंसी सेवाएं जैसे सभी इलाज अस्पतालों में बंद कर दिए जाएंगे। डॉक्टरों की काफी समय से मांग रही है की एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन (ACP) की फाइल जो कई सालों से सीएम से अनुमति मिलने के बाद भी सरकार के पास लंबित है, उसे जल्द से जल्द अमल में लाया जाए