Haryana Earthquake: हरियाणा के सिरसा में भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.2 मापी गई है। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी सेंटर के मुताबिक गुरुवार शाम छह बजकर दस मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। जमीन के दस किलोमीटर नीचे हुई हलचल के कारण धरती में कंपन महसूस किया गया।
An earthquake of magnitude 3.2 on the Richter Scale hit Sirsa, Haryana at 6:10 pm today: National Center for Seismology pic.twitter.com/tagqsyyqoE
— ANI (@ANI) April 25, 2024
बताया जा रहा है कि सिरसा में पंजाब की सीमा से सटे मंडी डबवाली के पास भूकंप का केंद्र रहा। यह क्षेत्र भूकंप के जोन दो में आता है। आमतौर पर ऐसे क्षेत्र में भूकंप का सबसे कम खतरा रहता है। भूकंप की तीव्रता सिरसा के अलावा पंजाब के अबोहर, बठिंडा और मानसा क्षेत्र और राजस्थान के श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ में भी महसूस की गई। भारत में भूकंप को चार जोन में बांटा गया है। जिसमें जोन दो, तीन, चार और पांच शामिल है। इसको खतरों के हिसाब से आंका जाता है। जोन दो में सबसे कम खतरा और जोन पांच में सबसे अधिक खतरा होता है।
क्यों आता है भूकंप
बता दें कि पृथ्वी की सतह के नीचे या यूं कहे कि धरती के अंदर हमेशा उथल-पुथल मची रहती है। धरती के अंदर मौजूद प्लेटें लगातार आपस में टकराती या दूर खिसक रही होती हैं। इसी के चलते हर साल भूकंप आते रहते हैं। भूकंप को आसान भाषा में समझने से पहले हमें धरती के नीचे मौजूद प्लेटों की संरचना को समझना आवश्यक है। जानकारी के मुताबिक धरती में 12 टैक्टोनिक प्लेटें होती हैं। इन प्लेटों के आपस में टकराने पर जो ऊर्जा निकलती है, उसे ही भूकंप कहा जाता है। प्लेटों के ही टकराने से धरती में हलचल पैदा होती है।
ये भी पढ़ें:- दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा में भूकंप से कांपी धरती, दफ्तर से बाहर निकले लोग, 6.1 तीव्रता
जानें क्या होता है भूकंप का केंद्र
धरती की सतह के नीचे की वह जगह जहां पर चट्टानें आपस में टकराती हैं या टूटती हैं।वही भूकंप का केंद्र कहलाता है। इसे हाइपोसेंटर भी कहते हैं। इस केंद्र से ही ऊर्जा तरंगों के रूप में बतौर कंपन फैलती है और भूकंप आता है।