Sonipat: सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग लगातार प्रयासरत है। नए शैक्षणिक सत्र में पिछले सत्र के मुकाबले 25 प्रतिशत विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए स्कूलों को 15 अप्रैल तक का समय दिया गया है। जिसको लेकर अध्यापक डोर-टू-डोर अभियान भी चला रहे हैं, ताकि विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाई जा सके। इसके अलावा ड्रॉपआउट बच्चों का पता लगाने के लिए भी काम किया जा रहा है। ऐसे बच्चों के अभिभावकों को दाखिला करवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसी विषय में मंगलवार को शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. जी अनुपमा ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से शिक्षा अधिकारियों के साथ शिक्षा से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
छठी कक्षा में दाखिला दिलाने की जिम्मेदारी स्कूल मुखिया की
अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. जी अनुपमा ने कहा कि पांचवी कक्षा उत्तीर्ण कर चुके विद्यार्थियों को छठी कक्षा में दाखिला दिलाने की जिम्मेदारी विद्यालय मुखिया की है। सभी विद्यालय मुखिया अपनी इस जिम्मेदारी का निर्वहन पूरी ईमानदारी के साथ करें। बैठक उपरांत जिला शिक्षा अधिकारी नवीन गुलिया ने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, सहायक परियोजना समन्वयक के साथ विद्यार्थी संख्या बढ़ाने के मुद्दे पर चर्चा की और कहा कि 14 अप्रैल तक मनाए जाने वाले प्रवेश उत्सव तक निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने का प्रयास करें। इस मामले में किसी प्रकार की लापरवाही के लिए शिक्षक खुद जिम्मेदार होंगे।
दो-दो नए बच्चों के दाखिले करवाएं
सभी विद्यालय मुखिया व प्रत्येक कक्षा प्रभारी को दो-दो नए विद्यार्थियों का दाखिला करना होगा। जिसका विवरण अध्यापकों की एपीएआर में दर्ज किया जाएगा। विद्यालयों में बच्चों की संख्या के अनुसार और आवश्यकता पड़ने पर दोहरी शिफ्ट लगाई जाए, जिससे एक कक्षा एक अध्यापक की व्यवस्था सुनिश्चित हो सके।
गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों के बच्चों का करवाएं दाखिला
शिक्षा विभाग ने गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों को बंद करने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में विद्यार्थियों के भविष्य को देखते हुए इन स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों का दाखिला राजकीय विद्यालयों में किया जाए। विद्यालय मुखिया व कक्षा अध्यापक इन विद्यार्थियों को राजकीय स्कूलों में लेकर आए, जिससे उनका लक्ष्य भी पूरा हो सकेगा और विद्यार्थी संख्या भी बढ़ेगी।
मेधावी विद्यार्थियों को किया जाएगा पुरस्कृत
शिक्षा विभाग की तरफ से पहली से पांचवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए निपुण रिपोर्टर कार्यक्रम की शुरूआत की गई है। एफएलएन के जिला नोडल अधिकारी मनोज वर्मा ने बताया कि इस कार्यक्रम में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थी को 11 हजार रुपए तक का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में भाषा, तर्क संगति, भाषा विकास, आत्मविश्वास व बुनियादी साक्षरता को मजबूत बनाना है।