Jhajjar: स्कूल में बच्चों को शिक्षित करने की बताय उनसे मजदूरी करवाई जा रही है। बच्चों से ईंटें छत पर चढ़वाने का कार्य लिए जाने की शिकायत लेकर जब एक अभिभावक स्कूल पहुंचा तो वहां प्राचार्य ने शिक्षकों के साथ मिलकर उसके साथ न केवल बदतमीजी की बल्कि कमरे में लेकर जाकर उसकी पिटाई भी कर डाली। पीड़ित व्यक्ति बाद में अपने बच्चों के साथ उपचार के लिए स्थानीय नागरिक अस्पताल पहुंचा। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़ित की शिकायत पर केस दर्ज कर जांच शुरू की।
परीक्षा समाप्त होने के बाद भी लग रही कक्षा
माता गेट निवासी पीड़ित दीपक ने पीएमश्री राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य पर मारपीट करने व जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए बताया कि उसके दो बच्चे विद्यालय में पढ़ते है। छोटे बेटे केतुल ने जहां दूसरी कक्षा की परीक्षा दी, वहीं बडे़ बेटे भंवर ने चौथी के पेपर दिए। हालांकि दोनों बच्चों की परीक्षा समाप्त हो चुकी है लेकिन इसके बाद भी उनकी कक्षाएं लगाई जा रही हैं। इसलिए वह अपने बच्चों को नियमित स्कूल भेज रहा है। वीरवार को उसके छोटे बेटे केतुल ने बताया कि विद्यालय में उनसे आज कल छत पर ईंटें चढ़वाने का काम लिया जा रहा है जिस कारण उसके अंगूठे में चोट आ गई। इसके बाद वह शुक्रवार सुबह अपने दोनों पुत्रों को स्कूल छोड़ने पहुंचा। वहां स्थित शिक्षकों से उसने अपने बच्चों की मनोस्थिति से अवगत कराते हुए बच्चों से छत पर ईंटे चढ़ाने का कार्य न करवाने की बात कही।
प्राचार्य पर लगाया शिक्षकों के साथ मिलकर पीटने का आरोप
पीड़ित दीपक ने बताया कि जब उसने शिकायत की तो शिक्षकों ने कहा कि बच्चे घर पर भी तो अन्य कार्य करते हैं। पीड़ित का आरोप है कि जब वह स्कूल से बाहर निकलने लगा तो पीछे से विद्यालय के प्राचार्य जोगेंद्र ने आवाज लगाई और उसके साथ बदतमीजी करते हुए मारपीट शुरू कर दी। इतना ही नहीं, वह अपने साथियों के साथ उसे घसीटते हुए एक कमरे में ले गए तथा वहां भी लात एवं घूंसों से उसके शरीर पर प्रहार किए। मारपीट के दौरान प्राचार्य ने जाति सूचक शब्दों का प्रयोग भी किया। इसके अलावा झगड़ा देखकर जब उसका बड़ा पुत्र भंवर कमरे में पहुंचा तो प्राचार्य ने उसके पेट पर भी लात मारी। अब वह अपना उपचार स्थानीय नागरिक अस्पताल में करवा रहा है। मारपीट के दौरान उसे हाथ व पेट में चोट आई है।
फोटो उतारने को लेकर हुई कहासुनी
विद्यालय के प्राचार्य जोगेंद्र ने बताया कि सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों की परीक्षा हो चुकी है। नया शिक्षा सत्र एक अप्रैल से शुरू होगा। ऐसे में बच्चों से किसी प्रकार का कार्य कराने का कोई मतलब नहीं रह जाता। वह युवक अपने बच्चों को अलसुबह छोड़ने पहुंचा तथा वहां खेलते हुए बच्चों की फोटो खींच रहा था। इस बात को लेकर उसके साथ कहासुनी हुई। शिक्षक का किसी भी बच्चे की जाति से कोई सरोकार नहीं होता। उसके लिए सभी बच्चे एक समान होते हैं।
दोनों पक्षों को बुलाया थाने
इस संबंध में सिटी थाना प्रभारी सदानंद ने बताया कि मामले को लेकर अभिभावक व प्राचार्य दोनों की ओर से शिकायत दी गई है। दोनों पक्षों को थाने में बुलाया गया है। उसके बाद जो भी मामला सामने आएगा, उसके आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।