Logo
हरियाणा में कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के गठबंधन के बाद कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट आप के खाते में आने से चुनावी सरगर्मियां बढ़ गई है। टिकट के उम्मीदवार अब जोड़ तोड़ करने में जुट गए है, ताकि किसी तरह से टिकट हासिल कर चुनाव लड़ सके। वहीं, भाजपा भी किस पर दांव लगाती है, यह देखना होगा।

तरूण वधवा, कुरुक्षेत्र: कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के गठबंधन के बाद कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट आप के खाते में आने से चुनावी सरगर्मियां बढ़ने लगी है। राज्य की 10 लोकसभा सीटों में से एक सीट आम आदमी पार्टी को कांग्रेस ने दी है। जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे है, वैसे ही चुनावी हलचल भी तेज होने लगी है। चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवार अपनी-अपनी टिकट तय करने के लिए जी जान से जुट गए है। आप नेताओं को अब अपने साथ-साथ कांग्रेस वोट बैंक का भी बड़ा फायदा मिलेगा।

आप में लोकसभा के लिए इन नामों पर चल रही चर्चा

कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से आम आदमी पार्टी के संभावित उम्मीदवारों में पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता, वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा, पूर्व कृषि मंत्री व पार्टी प्रदेश उपाध्यक्ष बलबीर सैनी सहित कई अन्य नामों की चर्चा है। आम आदमी पार्टी इस सीट को किसी भी तरह जीतना चाहती है ताकि पार्टी की हरियाणा में एंट्री हो सके। इसलिए पार्टी का आलाकमान इस सीट के लिए उम्मीदवार को लेकर गहन मंथन करने में लगा है। यहां से आम आदमी पार्टी के दावेदारों में डॉ. सुशील गुप्ता का नाम सबसे पहले बताया जा रहा है। इसके अलावा कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट के लिए आप के पास स्थानीय नेताओं में बलबीर सैनी का नाम चर्चा में है। बलबीर सैनी 2014 के लोकसभा चुनाव में आईएनएलडी की तरफ से चुनाव लड़ चुके है, जिसमें वे दूसरे नंबर पर आए थे।

कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर सुशील गुप्ता सक्रिय

आप के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता का नाम कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट के लिए चर्चा में चल रहा है। डॉ. सुशील गुप्ता काफी समय से कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर सक्रिय है। इसके अलावा पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा का नाम भी चर्चा में है। अनुराग ढांडा कैथल जिला के कलायत क्षेत्र के रहने वाले है। उधर भारतीय जनता पार्टी की ओर से वर्तमान में सांसद व पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नायब सिंह सैनी व हैफेड के चेयरमैन कैलाश भगत का नाम चर्चा में है। फिलहाल इस सीट से कौन सा उम्मीदार ताल ठोकेगा, यह तो भविष्य के गर्भ में है लेकिन इस सीट पर मुकाबला दिलचस्प रहेगा। कुरुक्षेत्र लोकसभा का दिलचस्प पहलू यह है कि यहा सर्वाधिक जाट मतदाता है, लेकिन लंबे वक्त से यहां जाट समुदाय का कोई सांसद नहीं बना है। कुरुक्षेत्र में सबसे ज्यादा जाट और जट सिख मतदाताओं की संख्या है। इसके बाद यहां सैनी और ब्राह्मण वोटर भी ज्यादा है।

कुरुक्षेत्र लोस में आते है 9 विस क्षेत्र

कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र के तहत नौ विधानसभा क्षेत्र आते हैं जिनमें रादौर, थानेसर, लाडवा, शाहाबाद, पिहोवा, कैथल, कलायत, पूंडरी और गुहला शामिल हैं। पंजाब सीमा पर स्थित होने के कारण यहां बड़ी संख्या में सिख आबादी भी है। कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पहले कैथल लोकसभा सीट हुआ करती थी। 1977 तक इसका मुख्यालय भी कैथल में ही था। कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट 1977 में अस्तित्व में आई, लेकिन उससे पहले कैथल लोकसभा सीट पर पांचवीं लोकसभा तक चुनाव हुए।

कुरुक्षेत्र लोस सीट से पांच बार सैनी समाज से बने सांसद

कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर हुए चुनावों में सैनी समाज से पांच बार सांसद बने हैं। इनमें इनेलो के टिकट पर कैलाशों सैनी दो बार संसद चुनी गई। गुरदयाल, मनोहर लाल और राजकुमार सैनी एक-एक बार सबसे बड़ी पंचायत के सदस्य बने। इसका मुख्य कारण यह रहा कि यहां पौने दो लाख के करीब सैनी मतदाता हैं। सबसे ज्यादा सैनी समाज को टिकट पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल की पार्टियों ने दिए। कांग्रेस ने आज तक किसी सैनी को उम्मीदवार नहीं बनाया। नौ हलकों में सबसे ज्यादा सैनी मतदाता लाडवा हलके में हैं। इसके बाद रादौर, थानेसर, पिहोवा, शाहबाद, कैथल, गुहला, पूंडरी हलके में सैनी मतदाताओं की संख्या आती है।

5379487