Logo
Farmers Protest: हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर जहर खाने वाले किसान की मौत हो गई है। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा ने भी आंदोलन को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। राकेश टिकैत कल डल्लेवाल से मुलाकात करेंगे।

Farmers Protest: हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर आज सुबह 55 वर्षीय किसान रेशम सिंह ने सल्फास जहर निगल लिया था, जिसके बाद उसे पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान किसान ने अपना दम तोड़ दिया है। कहा जा रहा है कि मृतक किसान केंद्र सरकार के किसानों से अब तक बात न करने को लेकर नाराज था, जिसके कारण उसने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। इसके अलावा खनौरी बॉर्डर पर गीजर फटने से गुरदयाल नाम के एक किसान के हाथ-पैर झुलस गए हैं। किसान को पटियाला के समाना स्थित सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। वहीं दूसरी तरफ संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान आंदोलन को समर्थन दे दिया है। 

कल डल्लेवाल से मुलाकात करेंगे टिकैत और उगराहां

बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा ने भी किसान आंदोलन को समर्थन दे दिया है। आज मोगा में हुई महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत और जोगिंदर उगराहां ऐलान किया है कि वे कल 6 मेंमर वाली कमेटी की अगुवाई में 101 किसानों का जत्था लेकर बॉर्डर पर जाएंगे। इस दौरान वे किसान नेता सरवण पंधेर और जगजीत डल्लेवाल की सहमति लेंगे। 

ये भी पढ़ें: महापंचायत में उमड़े किसान: खनौरी बॉर्डर पर स्ट्रेचर से मंच पर लाए गए डल्लेवाल, तो राकेश टिकैत ने टोहाना में भरी हुंकार

पटियाला के एसएसपी और सपा सांसद ने की डल्लेवाल से मुलाकात

खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल 45 दिनों से आमरण अनशन कर रहे हैं। जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। आज पटियाला के एसएसपी नानक सिंह और सरकारी डॉक्टरों की टीम ने डल्लेवाल से मुलाकात की। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से सपा सांसद हरेंद्र मलिक ने भी डल्लेवाल से मुलाकात की और पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव से किसानों की बात कराई। अखिलेश ने उन्हें विश्वास दिलाया है कि वे राजनीतिक पार्टियों से बात करेंगे और एमएसपी गारंटी कानून को लेकर एकजुट होने की अपील करेंगे, ताकि किसानों द्वारा की जा रही आत्महत्याओं को रोका जा सके। 

आने वाले दिनों में किसानों की रणनीति

बता दें कि किसानों ने सरकार को अल्टीमेटम दे दिया है कि अगर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को कुछ होता है, तो उसका खामियाजा केंद्र सरकार को भुगतना पड़ेगा। वहीं किसानों ने विरोध प्रदर्शन के लिए 10 जनवरी को पीएम मोदी के पुतले जलाने की योजना बनाई है। इसके बाद लोहड़ी के दिन यानी 13 जनवरी को केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई एग्रीकल्चर मार्केटिंग पॉलिसी के ड्राफ्ट की कॉपियां जलाने की भी योजना है। इसके बाद 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के अवसर पर किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकालने की योजना बनाई है। किसान नेताओं ने ज्यादा से ज्यादा किसानों को हिस्सा लेने की अपील की है। 

ये भी पढ़ें: जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत नाजुक: 10 जनवरी को पीएम का पुतला जलाएंगे किसान, 26 को निकालेंगे ट्रैक्टर मार्च

5379487