Kaithal: गांव हजवाना में खराब हुई सबमर्सिबल की मोटर को निकालने के लिए खेत में मशीन ले जा रहे किसान व उसके परिजनों को बिजली की ढीली तारों ने अपनी चपेट में ले लिया। इस हादसे में करंट लगने से चार सदस्य झुलस गए, जिनमें से दो की गंभीर हालत के चलते पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया, जबकि दो का इलाज शहर के एक निजी अस्पताल में चल रहा है। घायल किसान ने बिजली निगम के एसडीओ, जेई, लाइनमैन व अन्य कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया। पुलिस ने निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
10 फुट ऊपर से गुजर रही है हाई वोल्टेज की तार
गांव हजवाना निवासी गुरमीत सिंह ने पूंडरी थाना में शिकायत दी कि बिजली निगम ने उनके खेत में से 11000 हाई वोल्टेज की बिजली लाइन को निकाल रखा है। उसकी ऊंचाई मुश्किल से 10 फीट है। इस संबंध में उसने बिजली निगम के एसडीओ व अन्य सभी कर्मचारियों जेई व लाइनमैन को बार-बार अवगत करवाया था। उसके बावजूद उन्होंने कोई कार्यवाही नहीं की। एक जुलाई को वह और उसके परिवार के सदस्य नवाब सिंह, सीटू सिंह व नवाब सिंह का 15 वर्षीय लड़का अमन खेत में काम कर रहे थे। उस स्थान पर हाई वोल्टेज की तार खेत के रास्ते के ऊपर थी। वे अपनी खराब हुई सबमर्सिबल की मोटर को निकालने के लिए मशीन ले जा रहे थे। बिजली की तार नीचे होने के कारण मशीन उनसे टकरा गई। बिजली के करंट ने उन्हें अपनी चपेट में लिया और वे बुरी तरह झुलस गए।
करंट से झुलसे 2 युवक पीजीआई रेफर, 2 का निजी अस्पताल में उपचार
गुरमीत सिंह ने बताया कि परिवार के सदस्यों ने उन्हें इलाज के लिए कैथल के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया, जहां से उसे व अमन को निजी अस्पताल में इलाज के लिए दाखिल कर लिया, जबकि नवाब व सीटू की गंभीर स्थिति को देखते हुए चंडीगढ़ पीजीआई रेफर कर दिया। इस दुर्घटना में नवाब व सीटू की एक-एक बाजू पूरी तरह से कट चुकी है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि अब निगम ने अपनी लापरवाही को छुपाने के लिए चार जुलाई को रात 10 बजे से सुबह चार बजे के बीच ढीली तारों को खींच दिया। यह हादसा आरोपी निगम के एसडीओ, जेई व लाइनमैन की भारी लापरवाही के कारण हुआ है। जांच अधिकारी रणदीप ने बताया कि पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी अधिकरियों व कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जांच में प्राप्त तथ्यों के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।