Logo
हरियाणा के हिसार में मुआवजा व बीमा क्लेम की मांग को लेकर पिछले 24 दिन से धरने पर बैठे किसानों को गणतंत्र दिवस पर पगड़ी संभाल जट्टा संघर्ष समिति का साथ मिल गया। संघर्ष समिति ने किसानों के साथ अपना पक्का मोर्चा लगा दिया। जिसके बाद किसानों ने मुआवजा नहीं मिलने तक घर नहीं जाने का ऐलान किया। इससे पहले किसानों ने शहर में ट्रैक्टर परेड निकालकर अपना विरोध दर्ज करवाया।

Hisar। हिसार में बीमा क्लेम व मुआवजा देने की मांग को लेकर 72 गांव के किसानों की मांग का पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति ने समर्थन कर दिया। इसके साथ ही किसानों के साथ अपना पक्का मोर्चा लगाने की घोषणा कर दी। इससे पहले विभिन्न किसान संगठनों ने हजारों ट्रैक्टर, ट्रालियों के साथ हिसार के लघु सचिवालय पर पहुंचे और पक्का मोर्चा लगाया। ट्रैक्टरों की इतनी भारी संख्या से प्रशासन के सारे प्रबंध फेल हो गए। शहर के हर गली सड़क कूचे पर ट्रैक्टर ही ट्रैक्टर ही नजर आ रहे थे।

सचिवालय में एकत्रित हुए किसान

किसान अपने ट्रैक्टर खड़े करके लघु सचिवालय पर एकत्रित हुए और वहां पर जनसभा की।जनसभा की अध्यक्षता संगठन के जिला प्रधान सतीश बेनीवाल व धर्मपाल बडाला ने संयुक्त रूप से की। सभा का संचालन जिला सचिव गोपाल ओड ने किया। हजारों किसानों की सभा को संगठनों के राज्य प्रधान मनदीप नाथवान, राज्य महासचिव संदीप सिवाच, सुरेश कोथ, सारज भुल्लर, चरणपाल लुदास, कुलदीप हिंदुस्तानी, के डी अग्रोहा, परदीप मालिक, अनिल गोरछी, आत्मा राम पातन, एडवोकेट विक्रम मित्तल, कमल बराड़, संदीप दलाल, ओमप्रकाश हसंगा, कर्ण सिंह आर्य, सूरजभान डाया, मुकेश डाया आदि ने संबोधित किया।

एक साल से कर रहे संघर्ष 

प्रेस को जारी बयान में संगठन के जिला सचिव गोपाल ओढ़ ने बताया कि पिछले लगभग 1 साल से संगठन प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत मुआवजे की मांग को लेकर हिसार जिले में संघर्षरत है। और पिछले पक्के मोर्चे के दौरान 72 गांव का जो बीमा क्लेम बच गया था उस क्लेम को जल्द से जल्द जारी करने के लिए जिला प्रशासन और राज्य सरकार ने हामी भरी थी । परंतु 6 महीने से ज्यादा का वक्त बीत जाने के बावजूद भी आज तक उन गांव का क्लेम जारी नहीं किया गया है।

मांग नहीं मानी तो राजगढ़ रोड पर पक्का मोर्चा 

सरकार ने एक सप्ताह में किसानों की मांगों को नहीं माना तो किसान आठ फरवरी को लघु सचिवालय के सामने हिसार राजगढ़ हाइवे पर पक्का मोर्चा लगा देंगे। जिसके लिए पूरी तरह से सरकार व प्रशासन जिम्मेदार होगा। किसानों ने इसे लेकर 8 दिसंबर को भी संगठन की तरफ से प्रदर्शन किया गया था और उसमें भी प्रशासन ने 31 दिसंबर तक बकाया पैसा किसानों के खाते में डालने का आश्वासन दिया था। परंतु आज रोज तक भी उनका मुआवजा नहीं मिला है । इसी प्रकार गुलाबी सुंडी की वजह से  कपास की फसल का नुकसान हुआ है, उसका मुआवजा भी किसानों का बकाया है । किसानों ने एकमत से घोषणा की कि जब तक सबका बीमा क्लेम नहीं मिलेगा तब तक पक्का मोर्चा जारी रहेगा।

गणतंत्र दिवस पर निकाली ट्रैक्टर परेड

शुक्रवार को 26 जनवरी को राष्ट्रीय संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर हिसार में तिरंगें झन्डे एंव किसानी झन्डे ट्रैक्टरों के ऊपर लगाकर ट्रैक्टर मार्च निकाला। 26 जनवरी को सुबह 10:00 बजे ट्रैक्टर ट्रालियां धरना स्थल पर लेकर पहुंचे।और  10:00 बजे से 12:00 बजे तक दो घंटे धरना स्थल पर कार्यक्रम किया।

एक बजे शुरू हुई परेड

एक बजे ट्रैक्टर परेड शुरु की किसान नेताओं ने हरी झंडी दिखाकर परेड शुरु की धरना स्थल से ट्रैक्टर मार्च निकालते हुए राजगढ़ रोड़ लाल बती से साऊथ बाईपास होते हुए आधार हॉस्पीठल से होते हुए डाबड़ा चौक,कैम्प चौक,किसान चौक फव्हारा चौक से होते हुऐ वापिस सभी ट्रैक्टर धरना स्थल पर पहुंचकर समापन किया।

5379487