बहादुरगढ़। दिल्ली पुलिस ने टीकरी बॉर्डर और झाड़ोदा बॉर्डर को लगभग सील कर दिया गया है। शाम तक केवल सिंगल लेन चालू थी और बगैर जांच के किसी भी वाहन को सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। डीसीपी जिम्मी चिराम ने सोमवार को भी व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान 3 ड्रोन उड़ाकर बॉर्डर के हालात देखे। पुलिस अधिकारियों के अनुसार मंगलवार 13 फरवरी को दोनों ही बॉर्डर को बैरिकेडिंग कर पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा। ऐसे में वैकल्पिक रास्तों से ही वाहन चालक दिल्ली में प्रवेश कर सकेंगे।
राजधानी में प्रवेश रोकने को दिल्ली पुलिस तैयार
किसानों को देश की राजधानी में प्रवेश करने से रोकने के लिए दिल्ली पुलिस के 6 एसीपी टीकरी बॉर्डर पर तैनात कर रखे हैं। इतना ही नहीं 150 रिजर्व पुलिसकर्मियों में से 50 सोमवार सुबह ही तैनात कर दिए गए थे। पैरामिलट्री फोर्स की 20 कंपनियों की डिमांड की गई थी। सोमवार तक सीआरपीएफ की तीन टुकड़ी आ चुकी थी। विदित है कि एक टुकड़ी में 70 से 100 जवान होते हैं। किसानों को बॉर्डर क्रॉस करने से रोकने के लिए पुलिस ने बेहद मजबूत बंदोबस्त किए हैं। यहां मेट्रो रेल के पिल्लरों पर सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं।
टीकरी बार्डर पर पांच लेयर सुरक्षा व्यवस्था
टीकरी बॉर्डर पर 5 लेयर की सुरक्षा व्यवस्था की गई है। हाईक्वालिटी कैमरों के साथ साउंड सिस्टम भी लगाया गया है। दिल्ली पुलिस ने व्यवस्था प्रबंधन के लिए अपने टेंट भी लगा लिए हैं। इतना ही नहीं दिल्ली से बहादुरगढ़ आने वाला रास्ता भी बैरिकेट्स के जरिए संकरा कर दिया गया है। साथ लगती गलियों के आगे भी बेरिकेड्स और कंटेनर अड़ा दिए गए हैं। दिल्ली आने जाने वाले अन्य रास्तों पर कटीली तारों से लैस बेरिकेड्स खड़े कर दिए हैं। टीकरी व झाड़ोदा बॉर्डर पर सीमेंट और कंक्रीट के छोटे-बड़े बेरिकेड्स रखवाए गए हैं। इसके साथ ही बड़े-बड़े लोहे के कंटेनर भी सड़क पर लाकर रख दिए हैं। इतना ही नहीं झाड़ोदा बॉर्डर पर मिट्टी से भरे हाइवा भी खड़े हैं। हरियाणा पुलिस भी मुस्तैद दिखाई दे रही है।
बहादुरगढ़ के सेक्टर-9 मोड़ पर भी बैरिकेडि्ंग
बहादुरगढ़ के सेक्टर-9 मोड़ पर बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं। वाहनों के रूट डायवर्ट किए जा रहे हैं। हरियाणा पुलिस ने झज्जर जिले में पुलिस की 11 कंपनियां तैनात कर दी हैं। पुलिस कर्मचारियों की रिहर्सल भी करवाई जा रही है। किसान आंदोलन को लेकर पुलिस और जिला प्रशासन पूरी तैयारी होने का दावा कर रहा है। हालांकि अब इंतजार किसानों के यहां तक पहुंचने का है। यदि किसान पंजाब बॉर्डर पर किए ऐसे ही प्रबंधों को तोड़कर आगे बढ़ने में कामयाब हुए तो दिल्ली पुलिस की यह कवायद भी कमजोर साबित हो सकती है।