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हरियाणा के जींद में पंजाब बार्डर दातासिंह वाला पर किसानों व पुलिस के बीच टकराव देखने को मिला। पुलिस ने जहां आंसू गैस के गोले व वाटर कैनन का प्रयोग किया, वहीं किसानों ने पथराव व लाठियां चलाई। टकराव में पुलिस व किसान घायल हुए, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया।

Jind: जिले के पंजाब बार्डर दातासिंह वाला बार्डर पर मंगलवार शाम किसानों तथा फोर्स के बीच टकराव हो गया, जिसमें हरियाणा पुलिस के एक इंस्पेक्टर समेत एक दर्जन जवान घायल हो गए। जिसमें दो पैरामिल्ट्री फोर्स के जवान शामिल हैं। जबकि कुछ किसानों को भी चोटें आई। जमावडे़ को देखते हुए पैरामिल्ट्री फोर्स ने आंसू गैस के गोले छोड़े और वाटर कैनन से पानी की बौछार के साथ बल का प्रयोग किया। जवाब में किसानों ने फोर्स पर पथराव किया और लाठियां चलाई। घायल पुलिसकर्मियों को नरवाना के सरकारी अस्पताल तथा किसानों को खनौरी अस्पताल ले जाया गया है।

एडीजीपी व एसपी ने संभाला बार्डर पर मोर्चा 

हिसार रेंज के एडीजीपी रवि किरण माटा, एसपी सुमित कुमार, नरेंद्र बिजरानिया ने पैरामिल्ट्री फोर्स के साथ दातासिंह वाला बार्डर पर मोर्चा संभाला हुआ है। वहीं पंजाब की तरफ से ट्रैक्टर ट्रालियों के साथ दिल्ली कूच का किसानों का दबाव भी दातासिंह वाला बार्डर पर बढ़ रहा है। स्थानीय किसान व ग्रामीण भी समर्थन में उतर आए हैं, जिससे हालात भी तनाव पूर्ण बने हुए हैं। तनाव को देखते हुए चौकसी को ओर बढ़ा दिया है। ड्रोन के माध्यम से लगातार हालातों पर निगरानी की जा रही है। अधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।

दातासिंह वाला बार्डर को छावनी में किया तब्दील 

पंजाब के किसान संगठनों के दिल्ली कूच को देखते हुए दातासिंह वाला बार्डर को भारी भरकम बेरिकेटिंग तथा कंटीली तारबंदी कर सील किया गया है। बार्डर को छावनी में तब्दील किया गया। पैरामिल्ट्री फोर्स अपने सुरक्षा उपकरणों के साथ बार्डर पर तैनात है। मंगलवार को पंजाब की तरफ बेरिकेटिंग के पार किसानों का दबाव बढ़ना शुरू हो गया है। किसानों ने वहां पर धरना शुरू कर दिया और हाइवे पर गाड़ी गई कीलों को उखाड़ना शुरू कर दिया। जिले की जगह होने के चलते एसपी सुमित कुमार ड्यूटी मजिस्ट्रेट के साथ धरने पर बैठे किसानों के बीच पहुंचे और जिले में धारा 144 का हवाला देकर आदेशों की अहवेलना बताया। उन्होंने किसानों को पंजाब के इलाके में जाने की बात कही। किसानों ने वहां से हटने से मना कर दिया और नारेबाजी शुरू कर दी।

Policemen pouring water cannon on farmers at Datasinghwala border
दातासिंह वाला बोर्डर पर किसानों के ऊपर पानी की बौछार डालते हुए पुलिसकर्मी। 
तनाव बढ़ता देख आंसू गैस के छोड़े गोले 

दातासिंह वाला बार्डर पर हालातों के तनावपूर्ण होने पर फोर्स ने आंसू गैस के गोले दागे तो वाटर कैनन से पानी की बौछार कर दी। जवाब में किसानों ने भी पथराव किया। किसानों को पंजाब की तरफ धकेल दिया। किसान बार्डर की तरफ बढ़ने की कोशिक करते तो फोर्स उन पर आंसू गैस के गोले दाग कर पीछे धकेलती रही। शाम को पुलिस ने बरिकेटिंग के पार किसानों को खदेड़ने के लिए बल प्रयोग किया तो किसानों की तरफ से पथराव के साथ लाठियां चलाई। जिसमें हरियाणा पुलिस के एक इंस्पेक्टर समेत एक दर्जनभर जवान घायल हो गए। जिसमें दो पैरामिल्ट्री फोर्स के जवान शामिल हैं। जबकि कुछ किसानों को भी चोटें आई। शाम को गांव दातासिंह वाला की तरफ किसानों ने पथराव कर दिया। जिस पर पुलिस ने आंसू गैस तथा वाटर कैनन का प्रयोग किया। बार्डर पर हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं।

दोपहर बाद हालात हुए तनावपूर्ण, बार्डर पर तनातनी 

पंजाब के कुछ किसान सील किए गए दातासिंह वाला बार्डर पर पहुंचे तो हालात तनावपूर्ण हो गए। फोर्स ने आंसू गैस के गोले दाग तथा वाटर कैनन से पानी की बौछार कर दूर रहने की चेतावनी दी। जवाब में किसानों ने पथराव किया। शाम तक बार्डर पर किसानों का दवाब बढ़ने लगा तो किसान भी आगे बढ़ने लगे। जिस पर पुलिस ने फिर से आंसू गैस के गोले दागे व वाटर कैनन का प्रयोग किया। जवाब में किसानों ने फिर से पथराव किया। पुलिसबल ने बेरिकेटिंग पार कर जिले की सीमा से बाहर करने के लिए बल का प्रयोग किया तो किसानों ने पथराव के साथ लाठियां भी चलाई। जिसमें पथराव की चपेट में आने से चार-पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए।

पंजाब की तरफ बढ़ रहा किसानों का जमावडा, अन्य संसाधन साथ 

दिल्ली कूच करने वाले पंजाब के किसानों का जमावडा दातासिंह वाला बार्डर पर लगातार बढ़ता जा रहा है। ट्रैक्टर ट्रालियों में किसान राशन पानी के साथ बार्डर की तरफ बढ़ रहे हैं। किसानों के काफिले में बेरिकेटिंग को उखाड़ने के लिए हाइवा, जेसीबी भी साथ चल रही है। ट्रालियों में पत्थर भी देखे गए। काफिले के साथ चिकित्सक भी देखा गया। जिसके चलते बार्डर पर पंजाब के किसानों का जमावडा लगातार बढ़ता जा रहा है। जिसके साथ बार्डर पर दबाव भी बढ़ता जा रहा है। बार्डर पर तैनात फोर्स भी अलर्ट के साथ एक्शन मोड में है। 

Policemen releasing tear gas on farmers of Punjab
पंजाब के किसानों पर आंसू गैस छोड़ते हुए पुलिसकर्मी। 
स्वास्थ्य सेवा अर्लट पर, दौड़ती रही सायरन बजाती गाडिया 

तनावपूर्ण हालात को देखते हुए नरवाना, उझाना तथा नागरिक अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं को अलर्ट पर रखा गया है। चिकित्सकों को ऑनकाल डयूटी पर रखा गया है। विशेषज्ञ चिकित्सकों को नरवाना तथा उझाना भेजा गया है। दोपहर बाद बदले हालातों के चलते नरवाना से दातासिंह वाला बार्डर की तरफ फोर्स की गाड़ियों का सायरन बजाते दोड़ता देखा गया। जिसके बाद आसपास के इलाकों में भी पुलिस चौकसी को बढ़ा दिया। जिले के अंदरूनी हालातों पर भी लगातार नजर रखी जा रही है। 

जींद में चीनी मिल को बनाया अस्थाई जेल 

उग्र होते किसान आंदोलन को देखते हुए महानिदेशक जेल द्वारा आदेश दिए गए कि जींद की चीनी मिल को अस्थाई तौर पर जेल बना दिया गया है। यहां पर डॉ. मनदीप, औषधाकारक पवन जैनख् जेल अधीक्षक के साथ सामंजस्य स्थापित कर अस्थाई जेल में ड्यूटी करेंगे। किसान आंदोलन को देखते हुए मंगलवार से आगामी आदेशों तक अधिकारी व कर्मचारियों की छुट्टी को रद्द करने के आदेश दिए। केवल चिकित्सीय अस्पताल की स्थिति में सीएमओ जींद से चिकित्सा प्रमाण पत्र प्राप्त करने के बाद ही सक्षम प्राधिकारी की स्वीकृति के बाद अवकाश की अनुमति दी जाएगी। 

रबड़ की गोलियां लगने से एक दर्जन किसान जख्मी, पथराव के दौरान डीएसपी समेत 5 जवान जख्मी

अंबाला में दिल्ली कूच को लेकर शंभू बॉर्डर पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई। यहां जमा हजारों किसान अब दिल्ली जाने के लिए पुलिस की ओर से लगाए गए बैरिकेड्स को हटाने की कसरत कर रहे हैं। किसानों को रोकने के लिए पुलिस लगातार आंसू गैस के गोले व रबड़ की गोलियां दाग रही है। साथ ही वाटर कैनन का भी निरंतर इस्तेमाल किया जा रहा है। इसकी वजह से कई किसान जख्मी हो गए। दूसरी ओर से हुए पथराव में एक डीएसपी रामकुमार समेत पुलिस के पांच जवान भी घायल हुए हैं। घायलों को अंबाला शहर के नागरिक अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। उधर गुस्साए किसानों ने फायर ब्रिगेड की एक गाड़ी को रोककर उसका पूरा पानी बहा दिया। साथ ही किसान गाड़ी की चाबी निकालकर ले गए। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर इन किसानों को मौके से दौड़ा दिया।

घग्गर नदी से रास्ता बनाने की कोशिश 

शंभु बार्डर पर शाम तक किसान पुलिस की ओर से खड़ी की गई थ्री लेयर सुरक्षा को तोड़ नहीं पाए। लगातार किसानों की ओर से भारी भरकम बैरिकेड्स को हटाने के लिए ट्रेक्टरों के साथ जेसीबी मशीन का इस्तेमाल किया जाता रहा। बैरिकेड हटाने के साथ अब शंभू बॉर्डर के साथ लगती घग्गर नदी से रास्ता बनाने की कसरत कर रहे हैं। हालांकि नदी में भी पुलिस की ओर से गहरी खाई खोदने के साथ कीलों के जाल बिछाए गए हैं। अब इन किसान इस सुरक्षा को भेदने की योजना बना रहे हैं।

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