Haryana Farmers: हरियाणा में सरसों की सरकारी खरीद 15 मार्च से शुरू हो गई है। वहीं, गेहूं की खरीद 1 अप्रैल से शुरू की जाएगी। इसके लिए सरकार ने मंडियां अलॉट कर दी हैं, जिससे किसान आसानी से अपनी फसल बेच सकें। हालांकि इसके बाद भी किसानों को कम दामों पर अपनी फसलों को मंडियों में बेचना पड़ रहा है, क्योंकि बहुत से किसानों के गेट पास नहीं बन पाए हैं।
बता दें कि गेट पास के बिना किसानों के फसलों की सरकारी खरीद नहीं हो की जाती है। जानकारी के मुताबिक, सरकारी पोर्टल पर अभी कर पंजीकृत फसलों का ब्योरा अपडेट नहीं किया गया है। इसके चलते उन किसानों के गेट पास नहीं बन पा रहे हैं।
इस तरह से होती फसलों की खरीद
दरअसल, किसानों को अपनी सरसों, गेहूं समेत अपनी सभी फसलों का रजिस्ट्रेशन सरकारी के पोर्टल मेरी फसल मेरा ब्योरा पर कराया था। इसके बाद रेवेन्यू विभाग की जिम्मेदारी थी कि वह सभी किसानों के रजिस्ट्रेशन का वेरिफेकशन करके उनकी फसलों का ब्योरा पोर्टल पर अपडेट करे। फसल का ब्योरा अपडेट होने के बाद मंडी में आने वाले किसानों का गेट पास बनता है, जिसके बाद सरकारी एजेंसियां उन किसानों से फसलों की खरीद करती है। हालांकि इस बार विभाग की ओर से फसलों का ब्योरा अपडेट नहीं हो पाया है।
सोमवार तक अपडेट किया जाएगा ब्योरा
मंडियों में किसानों को अपनी फसलों को सरकारी रेट पर बेचने में बहुत परेशानी हो रही है। बिना गेट पास के उन्हें कम दामों में अपनी फसल बेचनी पड़ रही है, जिसके चलते वे बहुत आक्रोश में हैं। इस समस्या से परेशान होकर किसानों ने मार्केट कमेटी में अधिकारियों से शिकायत की। इस मामले को लेकर मार्केट कमेटी अधिकारियों की ओर से प्रशासन और रेवेन्यू विभाग के अधिकारियों से बातचीत करने आश्वासन दिया गया कि सोमवार तक फसलों का ब्योरा पोर्टल पर अपडेट कर दिया जाएगा।
अगर सोमवार तक पोर्टल पर डाटा अपडेट नहीं हुआ तो किसानों को प्राइवेट में फसल बेचनी पड़ेगी। जानकारी के मुताबिक, 9.50 लाख से ज्यादा किसानों ने मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर अपनी फसलों का रजिस्ट्रेशन करवाया है। ऐसे में अगर उनका ब्योरा पोर्टल पर अपडेट नहीं किया जाएगा, तो उन्हें प्राइवेट में अपनी फसल बेचनी होगी।
इस रेट पर बिक रही फसलें
हरियाणा सरकार किसानों से सरसों की खरीद एमएसपी यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कर रही है। इस सीजन में सरकार ने सरसों का रेट 5,950 रुपए प्रति क्विंटल रखा है, जबकि गेहूं का रेट 2,425 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है। बता दें कि इससे पहले सीजन में सरकार ने 2,275 रुपए प्रति क्विंटल पर गेहूं की सरकारी खरीद की थी।