Farmers Protest: हरियाणा लोकसभा चुनाव के लिए 25 मई को मतदान होना है। चुनाव की तिथि नजदीक आने के साथ ही किसानों का प्रदर्शन भी तेजी पकड़ रहा है। पहले किसानों ने हिसार में रणजीत चौटाला, सिरसा में अशोक तंवर समेत कई जगह भाजपा प्रत्याशियों का विरोध किया गया था, लेकिन अब करनाल में भी किसान पूर्व सीएम मनोहर लाल का रास्ता रोकने लगी है। करनाल के असंध में किसानों ने पूर्व सीएम के काफिले को काले झंडे दिखाए।
असंध के बिलौना, रकसाना, रत्तक और निसिंग के गांवों में मनोहर लाल को किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा। किसानों ने मनोहर लाल के काफिले के सामने काले झंडे लहराए। हालांकि बताया जा रहा है कि मनोहर लाल ने प्रदर्शनकारियों से बात नहीं की। किसानों ने कहा कि हम पूर्व सीएम से मिलना चाहते थे। उन्हें उम्मीद थी कि वे हमारी बात को सुनेंगे, लेकिन वे हमारी बात सुनने के लिए रुके तक नहीं। किसानों ने आरोप लगाया कि अगर उन्हें किसानों की चिंता होती तो ऐसा सुलूक नहीं करते।
इन स्थानों पर किसानों का विरोध झेलना पड़ा
गंगा टेहडी में रोड शो की शुरुआत हुई। यहां पर सभा को संबोधित करके मनोहर लाल सभा गांव बाहरी, थल, खेड़ी सर्फअली होते हुए बिलौना पहुंचे थे। यहां भारी संख्या में मौजूद किसानों ने उनका विरोध किया। इसके चलते बिना रुके ही मनोहर लाल का काफिला राहड़ा की ओर बढ़ गया। इसके बाद लालैन गांव में सरपंच प्रतिनिधि ओमप्रकाश गोलन ने मनोहर लाल का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
साथ ही किसानों ने रत्तक गांव में भी विरोध प्रदर्शन किया गया और मनोहर लाल को वहां घुसने नहीं दिया गया। मनोहर लाल यहां से वापस मुड़कर पंगाला होते हुए चौचड़ा पहुंचे। इसके बाद रुकसाना में किसानों ने उन्हें काले झंडे दिखाए। बाद में उनका काफिला इच्छनपुर और डाचर की ओर गया।
किसानों करना चाहते थे मनोहर लाल से बात
बता दें कि किसान अपनी कई मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। ओलावृष्टि का मुआवजा, दिल्ली कूच के दौरान लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले और खनौरी बॉर्डर पर गोली चलवाई। वहीं, शंभू बॉर्डर पर तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया। किसानों का कहना है कि बीजेपी सरकार ने किसानों के साथ हमेशा गलत रवैया ही रखा है और किसानों की कभी सुना नहीं गया। उन्होंने कहा कि हम सिर्फ बीजेपी नेताओं से सवाल करना चाह रहे थे, लेकिन प्रशासन ने आगे हमें आगे बढ़ने ही नहीं दिया और पूर्व सीएम मनोहर लाल बात किए बिना आगे निकल गए।
Also Read: हरियाणा में किसानों की पुलिस से झड़प, सिरसा में पहुंचे थे BJP प्रत्याशी अशोक तंवर की पत्नी का विरोध
किसानों ने उठाए ये सवाल
किसानों का कहना है कि 5 दिन पहले ही जींद में किसान संगठनों की बैठक हुई थी। जिसमें फैसला लिया गया था कि बीजेपी और जेजेपी के उम्मीदवारों से सवाल किया जाएगा कि आखिर किसानों के साथ सरकार ये ज्यादतियां क्यों की गई और आज तक किसानों को उनके नुकसान का मुआवजा अभी तक क्यों नहीं मिला है।