रतिया/Fatehabad: किसान आंदोलन -2 के दौरान खनौरी बॉर्डर पर गोली लगने से मारे गए युवा किसान शुभकरण की अस्थि यात्रा बुधवार को फतेहाबाद पहुंची। रतिया से फतेहाबाद तक गाड़ियों के काफिले के साथ यात्रा निकाली गई। बाद में गांव रोझांवाली के पास अखिल भारतीय खेती बचाओ संघर्ष समिति ने अस्थियों को भाखड़ा नहर में विसर्जित कर दिया। इस दौरान पुलिस प्रशासन पुरी तरह से अलर्ट रहा। किसानों के बढ़ रहे जत्थे को लेकर विशेष सावधानी को बरता गया।
भाजपा सरकार को माना शुभकरण की मौत का जिम्मेदार
श्रद्धांजलि सभा में संबोधित करते हुए किसान नेताओं ने भाजपा सरकार के प्रति रोष व्यक्त किया और शुभकरण की मौत का जिम्मेदार मानते हुए भाजपा नेताओं का विरोध करने की बात कही। प्रदेश अध्यक्ष जरनैल सिंह ने कहा कि आगामी चुनाव में गांव में आने वाले सत्ताधारी नेताओं को किसानों की मांगों और शुभकरण की मौत के बारे में सवाल-जवाब किए जाएंगे। उन्होंने प्रदेश व केंद्र की सरकार को तानाशाह सरकार बताया।
रतिया बुढ़लाडा रोड खोलने की मांग
जिला अध्यक्ष राजविंदर चहल और प्रवक्ता राम जाट ने कहा कि प्रशासन को रतिया-बुढ़लाडा रोड को खोल देना चाहिए, क्योंकि इस बंद रास्ते के चलते लोगों को पैदल पंजाब सीमा में फतेहाबाद की सीमा तक आना जाना पड़ रहा है। प्रशासन आम जनता को परेशान ना करें, नहीं तो मजबूरन उन्हें नाके पर जाकर रास्ते को खुलवाने पर मजबूर होना पड़ेगा। किसानों की चेतावनी को देखते हुए सदर थाना प्रभारी ओम प्रकाश बिश्नोई भाखड़ा नहर पर श्रद्धांजलि सभा कार्यक्रम में पहुंचे और किसानों को बताया कि रोझांवाली नाके को प्रशासन द्वारा खोलना शुरू कर दिया गया है तथा दो-तीन दिन में ही रास्ते को पूरी तरह से शुरू कर दिया जाएगा।