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हरियाणा के सोनीपत की स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गाजियाबाद में सेंटर पर छापा मारकर भ्रूण लिंग जांच का खुलासा किया। टीम ने 2 सेंटर संचालक व चिकित्सक को काबू कर अल्ट्रासाउंड मशीन को सील कर दिया।

Sonipat: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भ्रूण लिंग जांच करने का पदार्फाश किया। भ्रूण लिंग जांच कराने के बाद महिला के गर्भ में लड़का बताया। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग सोनीपत व गाजियाबाद की संयुक्त टीम ने छापा मारा। जहां से टीम ने आरएमपी चिकित्सक, अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालक व लैब संचालक को काबू कर पुलिस को सौंप दिया और अल्ट्रासाउंड मशीन को सील कर दिया। टीम ने चिकित्सक और दोनों सेंटर संचालकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया।

उत्तरप्रदेश में भ्रूण लिंग जांच करने की मिली थी सूचना

सिविल सर्जन डॉ. जयकिशोर ने बताया कि उत्तर प्रदेश में भ्रूण लिंग जांच कराए जाने की सूचना मिली थी। इसके आधार पर पीसी पीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉ. सुमित कौशिक के नेतृत्व में टीम का गठन किया। टीम ने एक डिकॉय को तैयार कर बागपत निवासी आरएमपी चिकित्सक साहब सिंह से भ्रूण लिंग जांच कराने के लिए 30 हजार रुपए में सौदा तय किया। साहब सिंह ने डिकॉय को बुधवार सुबह बागपत बुलाया। इस दौरान डिकॉय ने साहब सिंह को पैसे दिए। इसके बाद साहब सिंह डिकॉय को लेकर गाजियाबाद में लैब संचालक संजय कुमार के पास गया। जहां से लैब संचालक व आरएमपी चिकित्सक डिकॉय को लेकर गाजियाबाद में स्थित शिवा अल्ट्रासाउंड सेंटर पहुंचे। वहां धीरज मिश्रा अपनी पत्नी के नाम पर यह सेंटर चलाते हैं। धीरज मिश्रा ने डिकॉय का अल्ट्रासाउंड किया और उनके गर्भ में बेटा बताया। इसके बाद डिकॉय के इशारे पर अल्ट्रासाउंड केंद्र पर पहुंची पीएनडीटी की टीम ने छापा मारा और वहां पर मौजूद सेंटर संचालक धीरज मिश्रा, लैब संचालक संजय कुमार व आरएमपी चिकित्सक साहब सिंह को काबू कर लिया।

भ्रूण लिंग जांच के मामले में नहीं बख्शे जाएंगे आरोपी

सिविल सर्जन डॉ. जयकिशोर ने बताया कि भ्रूण लिंग जांच के मामले में किसी को बख्शा नहीं जाएगा। उत्तर प्रदेश में भ्रूण लिंग जांच कराए जाने की सूचना मिल रही थी। इसके बाद पीसी पीएनडीटी टीम को भेजा गया और वहां पर कार्रवाई करते हुए टीम ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही अल्ट्रासाउंड मशीन व अन्य सामान को बरामद कर लिया है।

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