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हरियाणा के रेवाड़ी में आपसी रंजिश में सरपंच के भाई ने रास्ते में प्राइवेट बस को रूकवाकर काम पर जा रहे एक युवक को अपहरण कर लिया। अपहरण के बाद उसके साथ मारपीट कर थाने के बाहर फेंककर फरार हो गए। 

रेवाड़ी। महेंद्रगढ़ से रेवाड़ी आ रही एक प्राइवेट बस से वेगन-आर कार में सवार तीन-चार युवकों ने एक युवक को उतार लिया। इसके बाद उसे गाड़ी में डालकर ले गए। जमकर मारपीट करने के बाद उसे रामपुरा पुलिस थाने के पास डालकर फरार हो गए। पुलिस ने नांगल मूंदी के सरपंच के भाई सहित तीन-चार अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज करने के बाद आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। घायल युवक को ट्रॉमा सेंटर में उपचार के लिए ले जाया गया। अपहरण की सूचना के बाद पुलिस सक्रिय हो गई। नाकेबंदी करते हुए कार की तलाश शुरू की गई, लेकिन आरोपी पुलिस को चकमा देकर फरार होने में सफल रहे।

निजी अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ है अमित

नांगल मूंदी निवासी राजेश का बेटा अमित एक प्राइवेट अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ में लगा हुआ है। राजेश अपने बेटे को मंगलवार शाम ड्यूटी पर जाने के लिए बस स्टैंड छोड़कर गया था। इसके बाद भी अमित ड्यूटी पर नहीं पहुंचा। इसी दौरान थाना रामपुरा पुलिस को सूचना मिली कि एक वेगन-आर कार में सवार तीन-चार युवकों ने प्राइवेट बस रुकवाकर हरिनगर फ्लाईओवर के पास एक युवक का अपहरण कर लिया है। कार का नंबर मिलने पर पता चला कि कार मूंदी के सरपंच अनिल के भाई नवीन के नाम रजिस्टर मिली। नवीन गुरूग्राम की शीतला कॉलोनी में रहता है। वह गांव आया हुआ था। सरपंच ने अपने भाई को फोन किया तो उसका मोबाइल बंद मिला।

बाद में हुई अमित के अपहरण की पुष्टि

चलती बस से कार सवार लोगों द्वारा युवक के अपहरण की सूचना के बाद पुलिस सर्किय हुई। बाद में यह पता चला कि अपहरण प्राइवेट अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ राजेश के बेटे अमित का हुआ था। जिसे बदमाश मारपीट करने के बाद रामपुरा पुलिस थाने के पास डालकर फरार हो गए। अमित का घायलावस्था में ट्रॉमा सेंटर में प्राथमिक उपचार कराया गया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करने के बाद उनकी तलाश शुरू कर दी।

रंजिश के चलते वारदात को अंजाम 

पुलिस शिकायत में राजेश ने बताया कि सरपंच अनिल के साथ उसके बेटे की कुछ समय पूर्व आपस में कहासुनी हो गई थी। इस बात का पता अनिल के भाई नवीन को लग गया था। अमित को सबक सिखाने के लिए नवीन ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस केस दर्ज करने के बाद मामले की जांच करने में जुटी हुई थी।

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