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हरियाणा के सिरसा में एक कंपनी में कार्यरत मुनीम पर साथियों के साथ मिलकर 33 करोड़ गबन करने का मामला प्रकाश में आया है। शक होने पर जब खातों की जांच की तो गबन का खुलासा हुआ। शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

सिरसा। सिरसा में एक राइस मशीनरी बनाने वाली कंपनी के मुनीम ने साथियों के साथ मिलकर कंपनी मालिकों को 33 करोड़ का चूना लगा दिया। आरोपी पिछले 15 साल से कपंनी में कार्यरत था तथा कंपनी के साथ परिवार के खातों की भी देखरेख करता था। दिल्ली की दो कंपनियों को 40 लाख रुपये ट्रांसफर करने पर शक हुआ तो पूछताछ करने पर आरोपी कोई जवाब नहीं दे पाया। जब खातों की जांच की गई तो खातों में 33 करोड़ की गड़बड़ी पाई गई। 23 मई को दो खातों में 40 लाख ट्रांसफर कर आरोपी छुट्टी लेकर गोवा चला गया। जिसके बाद कंपनी डायरेक्टर ने मामले की शिकायत पुलिस को दी तथा पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। फिलहाल किसी आरोपी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है।

राइस मिल की मशीनरी बनाती है कंपनी 

कंपनी के डायरेक्टर संजीव गुप्ता ने बताया कि उनकी कंपनी राइल मिल की मशीनरी बनाने का काम करती है। साकेत उनके पास पिछले 15 साल से मुनीम का काम करता है तथा 40 से 50 कंपनियों के साथ उनकी डिलिंग हैं। जिनसे उनकी कंपनी मॉल लेती है और समय समय पर पेमेंट करती है। कंपनी व परिवार के सेविंग एकाउंट भी साकेत ही देख रहा था। कभी-कभी जरूरत के हिसाब से एडवांस पेमेंट भी की जाती थी और यह सारा पैसों का लेनदेन व कामकाज साकेत करता था। साकेत ने मुनीम रहते हुए खातों में हेरा-फेरी कर जाली बैंक स्टेटमेंट, लेजर बुक बनाकर  इलेक्ट्रोनिक उपकरणों का प्रयोग कर करीब 33 करोड़ का गबन कर उनके साथ विश्वासघात किया।

राशि ट्रांसफर की और छुट्टी लेकर गोवा चला गया

संजीव गुप्ता ने शिकायत में बताया कि लेनदेन साकेत लैपटॉप से स्वयं करता था तथा जरूरत पड़ने पर उनसे ओटीपी मांग लेता था। 23 मई को जब मैने साकेत को दिल्ली की एक फर्म को 40 लाख रुपए ट्रांसफर करने को कहा। जिसके लिए साकेत ने मुझसे दो बार (30 लाख व 10 लाख ट्रांसफर करने बाबत) के लिए ओटीपी लिया। जब फोन पर दो बार ओटीपी लेने का कारण पूछा तो 30 लाख एक व 10 लाख दूसरी फर्म को ट्रांसफर करने की बात कही। जबकि जिस कंपनी को 10 लाख रुपये ट्रांसफर करने की बात कही, उसके लिए हमने कहा ही नहीं था। शक होने पर सीए से खातों की जांच करवाई तो करीब 33 करोड़ का गबन सामने आया। पूछने पर साकेत कोई जवाब नहीं दे पाया तथा उसने अपने साथियों के साथ मिलकर कंपनी से करीब 33 करोड़ का गबन किया।

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