सोनीपत। खरखौदा के एक निजी अस्पताल में रूटीन जांच के लिए आई वार्ड सात निवासी गर्भवती की डिलीवरी के बाद मौत से परिजन बिफर गए। परिजनों ने डॉक्टर पर नॉर्मल डिलीवरी करने की बात कहकर सिजेरियन डिलीवरी करवाने और सर्जरी के दौरान लापरवाही बरतने के आरोप लगाए हैं। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को मेडिकल बोर्ड की सलाह पर नियमानुसार उचित कार्रवाई करने का आश्वान दिया।
डिलीवरी के बाद मिलने नहीं दिया
खरखौदा के वार्ड सात निवासी सुमित ने बताया कि वह अपनी गर्भवती पत्नी रश्मि को सामान्य जांच के लिए निजी अस्पताल लेकर आया था। जांच के बाद डॉक्टर ने नॉर्मल डिलीवरी होने की बात कहकर उसे भर्ती कर लिया तथा उसकी सिजेरियन डिलीवरी करवा दी। इसके बाद भी उसे व परिवार के सदस्यों को रश्मि से मिलने नहीं दिया गया। डिलीवरी के बाद बच्चे की धड़कन कम बताकर उसे रोहतक भेज दिया। डॉक्टर ने रश्मि की तबीयत खराब होने का हवाला दिया तो उसे रोहतक के एक निजी अस्पताल लेकर आए, जहां उसकी मौत हो गई। सुमित ने अपनी पत्नी की मौत के लिए डॉक्टरों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराते हुए कार्रवाई की मांग की।
अस्पताल में नहीं थी सिजेरियन की सुविधा
सुमित ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह अस्पताल में नियमित रूप से अपनी गर्भवती पत्नी की जांच करवाता था। जांच के बाद डॉक्टर उसे हर बार नॉर्मल डिलीवरी होने की बात कहते रहे। अब भी डॉक्टर ने नॉर्मल डिलीवरी की बात कहकर रश्मि को दाखिल कर लिया। फिर बिना एक्सपर्ट व सुविधाओं के सिजेरियन डिलीवरी करवा दी। उन्होंने आरोप लगाया कि डॉक्टरों की लापरवाही के कारण ही उसकी पत्नी की मौत हुई है।
नियमानुसार करेंगे कार्रवाई
खरखौदा थाना प्रभारी अंकित कुमार ने बताया कि परिजनों ने डॉक्टर पर आरोप लगाए हैं। इस मामले में मेडिकल बोर्ड की सलाह ली जाएगी तथा बोर्ड की सलाह के अनुसार नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।