योगेंद्र शर्मा, हरियाणा: लोकसभा चुनावों के कारण लंबे समय से व्यस्त सूबे की नायब सैनी सरकार अब एक्शन मोड में आने वाली है। राज्य में चुनाव परिणाम की घोषणा के साथ ही आचार संहिता की तलवार हटने वाली है, इसके साथ ही बड़े बदलावों की तैयारी है। दूसरी तरफ राज्य में लंबे वक्त तक बतौर सीएम कमान संभालने वाले पूर्व सीएम और लोकसभा से प्रत्याशी रहे मनोहरलाल बदलते घटनाक्रम में दिल्ली पहुंचे हुए हैं, वे अगली पारी खेलने के लिए तैयार हैं। बताया जा रहा है कि एक बार फिर से मनोहरलाल को अहम जिम्मेदारी देने की तैयारी है।
हाईकमान फिर अहम जिम्मेदारी देने की तैयारी में
पूर्व सीएम मनोहरलाल जहां सूबे में साढ़े नौ साल तक सीएम रह चुके हैं, वहीं अब उन्हें केंद्र में अहम जिम्मेदारी दिए जाने की चर्चा शुरु हो गई हैं। यहां तक कि उनको भाजपा का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चाओं का दौर चल रहा है। उन्हें नड्डा के स्थान पर नई जिम्मेदारी नहीं मिली, तो केंद्र में कोई अहम जिम्मेदारी अथवा मंत्री पद दिए जाने की चर्चाओं का दौर परिणाम आने के पहले ही शुरु हो चुका है।
सीएमओ में बदलाव की बयार, होमवर्क पूर्ण
भरोसेमंद सूत्रों का कहना है कि लोकसभा 2024 की सियासी जंग का परिणाम आने के ठीक पहले सत्तापक्ष आगे की तैयारी में जुट चुका है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी अपने आफिस में बदलाव की तैयारी में हैं। कुछ राजनीतिक नियुक्तियों की भी संभावनाएं प्रबल हैं, क्योंकि कई चेहरे सीएमओ छोड़कर चुनाव मैदान में भाग्य आजमाने उतरने वाले हैं। खुद पहले सीएम के पीए और अब ओएसडी अभिमन्यु यादव के अलावा जवाहर यादव व अन्य कई विस चुनाव में उतरने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं। खास बात यह है कि सीएमओ में कुछ नए चेहरों की एंट्री हो सकती है। बताया जा रहा है कि इस क्रम में होमवर्क पूरा हो चुका है और आचार संहिता हटने के तुरंत बाद एक लंबी फेहरिस्त तबादलों की आएगी।
बदले जाएंगे मंडल आयुक्त, डीएसपी व एसडीएम
बताया जा रहा है कि राज्य में जिला उपायुक्तों के तबादले के साथ-साथ डीएसपी और एसडीएम स्तर के अफसरों को भी बदला जाएगा। इसके अलावा दो-तीन मंडल आयुक्त भी बदले जाएंगे। यह बदलाव तमाम तरह की फीडबैक और सरकार का कामकाज सुचारू करने के लिए किया जाएगा। इतना ही नहीं, जिलों में एसपी और विभिन्न रेंज में तैनात पुलिस महानिरीक्षक, एडीजीपी स्तर के अफसरों के तबादले की तैयारी है। निचले स्तर पर भी फेरबदल होगा, जिसके लिए विभिन्न जिलों, उपमंडलों से फीडबैक लिया जा रहा है।
केंद्र में जाने की तैयारी में ऑफिसर
हरियाणा कैडर से कुछ अधिकारी केंद्र में जाने की तैयारी में हैं। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी के प्रमुख सचिव उमाशंकर के केंद्र में जाने की तैयारी है। लोकसभा चुनाव कराने और आचार संहिता हटने का इंतजार है, उनके जाने की चर्चा काफी समय से चल रही है। लेकिन पूर्व सीएम मनोहरलाल ने उन्हें जाने से रोक दिया था। लोकसभा चुनावों तक रहने के लिए कहा गया था। इसके अलावा चंडीगढ़ में प्रतिनियुक्ति पर गए हरियाणा कैडर के वर्ष 2000 बैच के आईएएस अधिकारी नितिन यादव का कार्यकाल भी पूरा हो गया है। जिसके लिए नए नामों का पैनल जाएगा, जिसमें हरियाणा कैडर से नए अधिकारी की नियुक्ति होनी है। अभी तक यूटी में तैनात यादव के केंद्र में जाने की तैयारी है। हरियाणा से चंडीगढ़ में बतौर गृह सचिव पद के लिए प्रमुखता से डॉक्टर अमित अग्रवाल और मंदीप बराड़ का नाम चल रहा है
नॉन कैडर के अफसरों की तैनाती भी चर्चा और नाराजगी का विषय
सूबे की नायब और मनोहर सरकार द्वारा प्रयोग के तौर पर आईएएस वाले पदों पर नान कैडर के अफसरों को लगाकर प्रयोग किए गए। इस बात को लेकर भी आईएएस लाबी नाखुश है। बताया गया कि कुछ अफसरों ने यह नाराजगी केंद्र तक में कुछ सियासी दिग्गजों और अफसरों को बता दी है। हरियाणा में हो रहे नए प्रयोग और आईपीएस अफसर को आईएएस अफसर वाले पदों पर लगाए जाने के कई प्रतिकूल प्रभाव हुए हैं। इससे आईएएस में नाराजगी व्याप्त है। उनको लगता है कि लगातार पुलिस अफसर (आईपीएस) हावी होते जा रहे हैं, प्रशासनिक अधिकारी नाराजगी खुलकर जाहिर कर चुके हैं। कुछ ने तो इस बारे में पत्र तक लिख डाले हैं।
नपेंगे जनप्रतिनिधियों का अपमान करने वाले
हरियाणा में चुनाव आचार संहिता और इसके पहले जनप्रतिनिधियों का अपमान करने वाले अफसरों पर भी शिकंजा कसा जाएगा। पूर्व सीएम मनोहर लाल और वर्तमान मुख्यमंत्री नायब सैनी पहले ही स्थिति स्पष्ट कर चुके हैं। तमाम जिलों के फीडबैक वरिष्ठ नेताओं द्वारा नाराजगी जाहिर करने और तमाम घटनाएं बताए जाने के बाद कुछ लोगों पर शिकंजा कसने की तैयारी है।