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Haryana Civil Secretariat: हरियाणा सचिवालय के परिसर में मधुमक्खियों के हमले को लेकर सरकार ने जरुरी फैसला लिया है। सचिवालय को मधुमक्खी फ्री जोन करने के लिए मुख्य सचिव को निर्देश दिए गए हैं।

Haryana Civil Secretariat: हरियाणा सचिवालय के परिसर  में कुछ दिन पहले मधुमक्खियों के हमले के दौरान सचिवालय में अफरा-तफरी मच गई थी। हरियाणा सरकार इस घटना को गंभीरता से लेते हुए सचिवालय और बिल्डिंग को मधुमक्खी फ्री जोन करने का फैसला लिया है। इसे लेकर मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने इस समस्या को दूर करने के लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव (ACS) एग्रीकल्चर राजा शेखर कुंडू को निर्देश दिए हैं। इसे लेकर आज से ही काम शुरु कर दिया गया है। कृषि विभाग की टीम पूरे कैंपस में मधुमक्खियों के छत्तों को हटाने का काम करेगी। संभावना जताई जा रही है कि सचिवालय सोमवार तक पूरी तरह से मधुमक्खी मुक्त हो जाएगा।

CISF के जवानों ने मधुमक्खियों को कैसे भगाया?

हरियाणा सचिवालय परिसर में 18 फरवरी मंगलवार को मधुमक्खियों ने हमला कर दिया था। उस दौरान पूरे सचिवालय में अफरा-तफरी मच गई थी। मधुमक्खियों के हमले के वक्त सचिवालय के कई कर्मचारियों ने कपड़ा ओढ़कर अपना बचाव किया था। विधानसभा स्पीकर हरविंद्र कल्याण के पॉलिटिकल सेक्रेटरी को भी मधुमक्खियों ने डंक मार दिया था, जिसकी वजह से उनकी हालत बिगड़ गई थी।

जिसके बाद उन्हें तुरंत एमएलए हॉस्टल की डिस्पेंसरी में भर्ती कराया गया था। जहां उनका इलाज चल रहा था। पहले से उनकी हालत बेहतर है। हमल के वक्त सिविल सचिवालय में ड्यूटी कर रहे CISF के जवानों ने जैकेट की मदद से मधुमक्खियों को भगाया था, जिसका एक वीडियो भी सामने आया था।

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सचिवालय में 2500 कर्मचारी काम करते हैं

वीडियो में सामने आया था कि मधुमक्खियां कर्मियों को छोड़कर CISF जवानों के भी पीछे पड़ गई थीं। जिसके बाद जवानों ने दौड़कर खुद को बचाया था। कॉन्स्टेबल सुलेमान खान और क्विक रिस्पांस टीम के हेड कॉन्स्टेबल विजय कुमार का इस घटना के बाद मदद के लिए सभी ने उनका आभार भी व्यक्त किया था।

बताया जा रहा है कि सचिवालय में करीब 2500 कर्मचारी काम करते हैं। सचिवालय में अधिकारी और कर्मचारी देर शाम तक काम करते हैं। मधुमक्खियों को लेकर अधिकारी पहले भी कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन उस वक्त इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई थीं।

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