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हरियाणा में मौसम ने सांयकाल अचानक करवट ली और बूंदाबांदी शुरू हो गई। वहीं, प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि भी हुई। इससे किसानों की बैचेनी बढ़ गई है और उन्हें फसल खराब होने की चिंता सताने लगी है।

Hisar: दिन प्रतिदिन बदलता मौसम धरती पुत्रों की धड़कने बढ़ा रहा है। ऐसा भी है कि अगले 48 घंटे धरतीपुत्रों के लिए भारी हो सकते हैं। मौसम विभाग ने बूंदाबांदी से लेकर मध्यम दर्जें की बरसात की चेतावनी दी है। मौसम में ऐसा बदलाव पश्चिमी विक्षोभ के कारण हो रहा है। पश्विमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण आए इस परिवर्तन के चलते राज्य के अनेक क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बरसात की संभावना जताई गई है। बदले मौसम व मौसम विभाग की चेतावनी ही धरतीपुत्रों की परेशानी बढ़ा रहा है। मौसम में ऐसा परिवर्तन दो दिन तक रहने की संभावना है, जिसके चलते दो दिन तक धरती पुत्रों की सांसे अटकी रहेंगी।

मौसम परिवर्तन के साथ गिरी पानी की बूंदे

पश्चिमी विक्षोभ के चलते आए मौसम में बदलाव के चलते शुक्रवार देर सांय अचानक बादल घिर आए और बिजली चमकने लगी। देखते ही देखते तेज बरसात शुरू हो गई, जो लगभग 15 से 20 मिनट तक चली। गांव बीड बबरान तथा आसपास के क्षेत्रों में ओले गिरने की सूचना मिली। बदले मौसम ने किसानों की टेंशन बढ़ा दी। किसानों की चिंता का मुख्य कारण यह है कि अब सरसों व गेहूं की फसल पकाई पर है। यदि बरसात से आगे बढ़कर पिछले दिनों की तरह ओलावृष्टि हो गई तो पकाई के नजदीक आई उनकी फसलें खराब हो सकती है।

फिलहाल फसलें अच्छी

किसानों का कहना है कि पिछले दिनों हुई हल्की ओलावृष्टि के बावजूद फिलहाल उनकी फसलें अच्छी है। हालांकि तीन दिन पूर्व भी हल्की बूंदाबांदी हुई थी परंतु उससे कोई नुकसान नहीं हुआ। फिलहाल उनकी फसलें अच्छी है और भगवान से यही अरदास कर रहे हैं कि उन पर मेहरबानी रखें।

कई गांवों में हो चुकी ओलावृष्टि

लगभग 15 दिन पहले मौसम में आए परिवर्तन के बाद शुरू हुई बूंदाबांदी व ओलावृष्टि ने किसानों को निराश किया। हालांकि ओलावृष्टि हल्की रही लेकिन जहां पर हुई, वहां फसलों को कुछ हद तक नुकसान पहुंचा। ऐसे में किसान इसी आशंका में चिंतित नजर आ रहे हैं।

तीन दिन बदला रहेगा मौसम

हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. एमएल खिचड़ का कहना है कि मौसम में यह बदलाव तीन मार्च तक रहेगा। एक मार्च रात्रि से मौसम परिवर्तन के तहत तीन मार्च तक आंशिक बादल छाए रहने, हवाएं चलने, गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने के अलावा हल्की बारिश भी इस दौरान हो सकती है। इसके बाद चार मार्च से मौसम खुश्क होगा।

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