Logo
हरियाणा के भिवानी में राम के राजतिलक का मंचन कर रहे कलाकारों में हनुमान की भूमिका निभा रहे हरीश ने राम के चरणों में अपने प्राण त्याग दिए। यह देखकर कार्यक्रम में मौजूद हर व्यक्ति स्तब्ध रह गया।

Bhiwani: अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर जवाहर चौक में सोमवार को एक सामाजिक संस्था द्वारा भगवान राम के राजतिलक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें गाने के माध्यम से राजतिलक की तैयारी चल रही थी। इसी कार्यक्रम में हनुमान की भूमिका निभा रहे सेवानिवृत जेई हरीश महता अपनी प्रस्तुति दे रहे थे। प्रस्तुति के दौरान जैसे ही गाना खत्म हुआ तो हनुमान की भूमिका निभा रहे हरीश महता ने भगवान राम के चरणों में शीश झुकाया और अपने प्राण त्याग दिए। यह देखकर हर कोई स्तब्ध रह गया।

राम के चरणों में लेटते ही पूरा हो गया शरीर

उल्लेखनीय है कि कार्यक्रम में उपस्थित सदस्य राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर उत्साहित थे और राजतिलक की तैयार का मंचन चल रहा था। मंचन के दौरान हनुमान की भूमिका निभा रहे हरीश जैसे ही भगवान राम के चरणों में पूजा करने के लिए लेटे तो उनके प्राण पखेरू उड़ गए। किसी को इस बात का आभास नहीं था कि हरीश महता के प्राण पखेरु उड़ चुके हैं, वो कार्यक्रम के आयोजक व मौजूद सभी लोग उनके अभिनय को देखकर भावुक हो रहे थे। जब राम के उठाने पर भी वह नहीं उठे तो मामला समझ में आया और उन्हें होश में लाने का प्रयास किया गया, लेकिन तब तक वे प्राण त्याग चुके थे। इसके बाद उन्हें हनुमान की ड्रेस में ही अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

25 साल से हनुमान की निभा रहे थे भूमिका

हरीश महता बिजली निगम से जेई के पद से रिटायर्ड थे और वे पिछले 25 सालों से हनुमान का रोल अदा करते आ रहे थे। कार्यक्रम के आयोजकों ने बताया कि हरीश अपने अभिनय में पूर्णरुप से डूब जाते थे। ऐसे ही आज भी वे मंचन पर प्रस्तुति दे रहे थे और जैसे ही वे राम के चरणों में झुके तो गाना खत्म होने एवं राम के उठाने पर भी नहीं उठे तो सबको इसका आभास हुआ। इसके बाद उन्हें अंचल हॉस्पिटल में ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वहीं हॉस्पिटल के डॉ. विनोद अंचल ने बताया कि हरीश नामक व्यक्ति को हॉस्पिटल में लाया गया था, हॉस्पिटल में लाने से पहले ही उनकी मौत हो गई थी।

5379487