Haryana Assembly Elections: हरियाणा विधानसभा चुनाव की डेट को बढ़ाने कि मांग चुनाव आयोग के सामने रखी गई थी, जिसका फैसला मंगलवार को आयोग की ओर से लिया जाने वाला था। इसके लिए चंडीगढ़ में निर्वाचन आयोग ने बैठक भी की गई, लेकिन इसे लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया। अब कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में आयोग इस पर फैसला ले सकता है। वहीं, राजनीतिक दलों ने भी कहा है कि उन्हें आयोग की ओर से इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं दी गई है।
बीजेपी और इनेलो ने आयोग को लिखा था लेटर
बता दें कि पिछले सप्ताह बीजेपी और इनेलो ने आयोग को लेटर भेजकर मतदान की तिथि आगे बढ़ाने की मांग करते हुए यह कहा था कि 1 अक्टूबर के आगे और पीछे छुट्टियां पड़ रही हैं। एक साथ कई छुट्टियों की वजह से लोग राज्य से बाहर घूमने जा सकते हैं। इसके कारण मतदान पर खासा असर पड़ सकता है। इसके बाद यह कहा गया था कि आयोग मंगलवार, 27 अगस्त को राजनीतिक दलों के अनुरोध पर फैसला ले सकता है, लेकिन फिलहाल इस संबंध में अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है और न ही इसकी सूचना राजनीतिक दलों को दी गई।
कांग्रेस की बैठक हुई रद्द
वहीं, इस बैठक के चलते 26 अगस्त को कांग्रेस ने अपनी स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक भी टाल दी थी। इस बैठक में राज्य के सभी विधानसभा सीटों पर विस्तार से चर्चा करने के बाद टिकटों और उम्मीदवारों के नाम फाइनल किया जाने वाला था, जो नहीं हुआ।
सभी दलों की सहमति जरूरी
जानकारी के अनुसार, आयोग सभी राज्य के सभी दलों की सहमति होने पर ही चुनाव कार्यक्रम में बदलाव करेंगे और वह इस मुद्दे पर राज्य के अन्य दलों की राय भी जानना चाहता है। अगर सभी दल इस पर सहमत होते हैं, तो बदलाव किया जा सकता है। वहीं, जहां तक कम मतदान का सवाल है, तो इसका असर सभी दलों पर पड़ेगा।