Haryana Assembly Session 3rd Day: आज हरियाणा विधानसभा सत्र का तीसरा दिन रहा। इस दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई, लेकिन इस सेशन की खास बात रही कि आज खट्टर सरकार में पेश किए गए 2 विधेयक को वापस ले लिया गया है। जब हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर थे, उसी दौरान साल 2023 में ऑनरेबल डिस्पोजल ऑफ डेड बॉडी और हरियाणा संगठित अपराध नियंत्रण विधेयक को सदन में पेश किया गया था, लेकिन आज उन्हें वापस ले लिया गया है। चलिए बताते हैं कि हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने विधेयक वापस लेने की क्या वजह बताई है।
विधेयकों को क्यों लिया गया है वापस
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीएम सैनी ने कहा कि दोनों विधेयकों को राष्ट्रपति के पास भेजा गया था, लेकिन केंद्र सरकार द्वारा विधेयक में कमी बताते हुए उन्हें मंजूरी नहीं दी गई है, इसी कारण से हमें विधेयक वापस लेना पड़ा है, लेकिन जल्द ही हम इसे नए सिरे से सदन में पेश करेंगे। पहले विधेयक ऑनरेबल डिस्पोजल ऑफ डेड बॉडी बिल में यह प्रावधान था कि कोई भी व्यक्ति या समूह किसी शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन नहीं कर सकता है, अगर ऐसा करता है, तो उसे 6 महीने से लेकर 5 साल तक के लिए जेल या फिर एक लाख रुपये जुर्माना देना होगा।
'विधेयक में पर्चियों और खर्चों का बड़ा खेल'
आज सदन में सीएम सैनी की ओर से जॉब सिक्योरिटी विधेयक पेश किया गया। इस पर कांग्रेस ने सवाल खड़े किए, कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल ने कहा कि इस विधेयक में आरक्षण का कोई जिक्र नहीं है। इसमें इसका भी जिक्र नहीं है कि सरकारी नौकरी कैसे सुरक्षा देने वाली है। इसके अलावा कांग्रेस नेता गीता भुक्कल ने कहा कि इस विधेयक में पर्चियों और खर्चों का बड़ा खेल हुआ है। इसके लिए क्या व्यवस्था की गई है, इसका जिक्र नहीं है।
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